नोख़ी मनोरंजन क्षेत्र की मशहूर अदाकारा नूर मलाबिका दास: काजोल की सह-कलाकार की दुखद मृत्यु

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नोख़ी मनोरंजन क्षेत्र की मशहूर अदाकारा नूर मलाबिका दास: काजोल की सह-कलाकार की दुखद मृत्यु

नूर मलाबिका दास की दुखद मृत्यु

बंगाली फ़िल्म और टेलीविज़न की जानी-मानी अदाकारा नूर मलाबिका दास की दुखद मृत्यु ने पूरे मनोरंजन उद्योग को हिला कर रख दिया है। वेब सीरीज 'द ट्रायल' में काजोल की सह-कलाकार के रूप में नजर आईं नूर को कोलकाता के लेक गार्डन्स इलाके में स्थित अपने फ्लैट में मृत पाया गया। स्थानीय पुलिस ने बताया कि नूर को पंखे से लटका हुआ पाया गया और उन्होंने तुरंत एक जांच की शुरूआत की है।

मौत के कारण की जांच

पुलिस ने बताया कि फिलहाल मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल पाया है। नूर की मृत्यु से उनके साथियों और दोस्तों में गहरा शोक व्याप्त है। उनका कहना है कि नूर एक बहुत ही जोषपूर्ण और मृदुभाषी इंसान थीं, जिनका जीवन इतने दुखद अंत का सामना करेगा, किसी ने भी नहीं सोचा था। पुलिस ने उनके दोस्तों और करीबी लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है ताकि कोई सुराग प्राप्त हो सके और मामले की तह तक पहुंचा जा सके।

अभिनय जगत में नूर का सफर

नूर मलाबिका दास का अभिनय सफर अद्भुत और प्रेरणादायक था। उन्हें बंगाली टेलीविजन और फिल्मों में उनके लाजवाब अभिनय के लिए जाना जाता था। नूर ने छोटे पर्दे पर अपने करियर की शुरुआत की और धीरे-धीरे बड़े पर्दे पर भी अपने आपको स्थापित किया। 'द ट्रायल' में काजोल के साथ उनका काम काफी सराहा गया था, और उन्होंने इसे अपने करियर का एक महत्वपूर्ण क्षण बताया था।

उद्योग में प्रतिक्रिया

नूर की असामयिक मृत्यु से बंगाली मनोरंजन उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके सहकर्मी, निर्देशक, और मित्र उन्हें एक ऊर्जावान और संवेदनशील अदाकारा के रूप में याद कर रहे हैं। नूर की मौत ने उनके सहयोगियों और प्रशंसकों को गहरे सद्मे में डाल दिया है। वे एक बहुमुखी प्रतिभा की धनी अदाकारा थीं, जिन्होंने अपने अभिनय के विभिन्न आयामों से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई थी।

उनके एक करीबी मित्र ने बताया, 'नूर हमेशा से ही अपने काम के प्रति समर्पित थीं और उनकी अदाकारी में एक अलग ही चमक थी। इस सदमे से निकलना हमारे लिए बेहद कठिन होगा।'

नूर का व्यक्तिगत जीवन

नूर मलाबिका दास का जन्म और पालन-पोषण कोलकाता में ही हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बहुत ही छोटे उम्र में की थी। अभिनय के प्रति उनका जुनून और लगन अद्वितीय थी। उनके किसी भी प्रोजेक्ट में उनकी मेहनत और समर्पण स्पष्ट नजर आता था। अपने जीवन में उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया और अपने संघर्ष से यह साबित किया कि वे एक सशक्त महिला हैं।

संदेश और शोक संदेश

उनके जाने से न केवल उनके परिवार और दोस्तों का ही नहीं, बल्कि उनके प्रशंसकों का भी गहरा नुकसान हुआ है। उनके चाहने वालों ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश भेजे हैं और उनके अभिनय की तारीफों में पोस्ट किए हैं। कई लोगों ने उन्हें अपने जीवन का प्रेरणा स्रोत बताया है।

नूर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए बंगाली फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री ने आज एक अद्वितीय अदाकारा को खो दिया है।

भविष्य के कदम

पुलिस ने कहा है कि वे इस मामले की हर छानबीन करेंगे ताकि असली कारण का पता चल सके और लोगों को न्याय मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि नूर के परिवार को भी हर संभव सहायता दी जाएगी।

नूर मलाबिका दास की मृत्यु ने पूरे समुदाय को एक अद्वितीय कलाकार और एक आत्मीय व्यक्ति को खोने का दुख दिया है। वे हमेशा अपने प्रशंसकों और चाहने वालों के दिलों में जीवित रहेंगी।

14 टिप्पणि

chandra rizky

chandra rizky

13 जून, 2024 - 12:13 अपराह्न

ये बात सुनकर दिल टूट गया। नूर तो हमेशा से ही मुस्कुराती रहती थीं, फिल्मों में भी और ऑफ़ कैमरा भी। राम उनकी आत्मा को शांति दे।🙏

Rohit Roshan

Rohit Roshan

14 जून, 2024 - 09:18 पूर्वाह्न

क्या ये कोई अकस्मात मृत्यु है या कुछ और? इतनी जीवंत और ऊर्जावान व्यक्ति की ऐसी मृत्यु तो बहुत अजीब लगती है। किसी को तो ये बात समझ में आए तो बताएं।

arun surya teja

arun surya teja

15 जून, 2024 - 14:54 अपराह्न

नूर मलाबिका दास का अभिनय बंगाली सिनेमा के इतिहास में एक अमर योगदान है। उनकी निस्वार्थ भावना और कलात्मक समर्पण की कोई तुलना नहीं। उनकी याद हमेशा जीवित रहेगी।

Jyotijeenu Jamdagni

Jyotijeenu Jamdagni

16 जून, 2024 - 21:06 अपराह्न

उनकी आवाज़ में एक अलग ही जादू था, जैसे हर डायलॉग दिल को छू जाए। द ट्रायल में जब वो काजोल के सामने बोलती थीं, तो मैं रुक जाता था। अब वो फ्रेम्स खाली लगेंगे।

navin srivastava

navin srivastava

17 जून, 2024 - 06:45 पूर्वाह्न

अरे भाई ये सब बकवास है। अभिनेत्रियों को बस फिल्में करनी हैं, जीवन जीना नहीं। ये सब ड्रामा बनाने की आदत है। अगर वो अच्छी तरह से खुद का ध्यान रखतीं तो ऐसा न होता।

Aravind Anna

Aravind Anna

18 जून, 2024 - 07:16 पूर्वाह्न

ये जो बात हो रही है वो बहुत दर्दनाक है। नूर तो बस एक अदाकारा नहीं थीं, वो एक आवाज़ थीं जिसने हमें समझाया कि अभिनय क्या होता है। इस दुनिया में ऐसी कम लोग होते हैं।

Rajendra Mahajan

Rajendra Mahajan

20 जून, 2024 - 05:30 पूर्वाह्न

मृत्यु क्या है? एक शरीर का अंत। लेकिन जो चीज़ दिलों में बस जाती है, वो अमर हो जाती है। नूर का कलात्मक योगदान अब हमारे अंदर है। उन्होंने बताया कि कैसे जीवन और कला एक हो सकते हैं।

ANIL KUMAR THOTA

ANIL KUMAR THOTA

20 जून, 2024 - 16:54 अपराह्न

हमें उनकी याद में उनकी फिल्में देखनी चाहिए और उनके जैसे लोगों को सम्मान देना चाहिए। ये दुख बहुत बड़ा है

VIJAY KUMAR

VIJAY KUMAR

21 जून, 2024 - 17:34 अपराह्न

अरे यार ये सब तो फेक है। कौन जाने क्या हुआ? शायद किसी ने उन्हें खत्म कर दिया क्योंकि वो बहुत बड़ी बात कर रही थीं। बॉलीवुड का गंदा खेल है ये। 😈🔥

Manohar Chakradhar

Manohar Chakradhar

23 जून, 2024 - 08:23 पूर्वाह्न

उनकी आँखों में जो चमक थी, वो अभी भी हमारे दिलों में जल रही है। नूर ने सिर्फ फिल्में नहीं बनाईं, वो दर्शकों के दिलों में एक जगह बना दी। उनकी याद में हम सब थोड़ा ज्यादा अच्छे बनें।

LOKESH GURUNG

LOKESH GURUNG

24 जून, 2024 - 13:32 अपराह्न

मैंने उनकी सारी फिल्में देखी हैं और बता दूँ, नूर ने बंगाली सिनेमा को नई दिशा दी। अगर तुमने उनकी फिल्में नहीं देखीं, तो तुमने बंगाली सिनेमा का असली अनुभव नहीं किया। 💯

Aila Bandagi

Aila Bandagi

25 जून, 2024 - 09:52 पूर्वाह्न

मैं तो उनकी फिल्में देखकर रो गई। उनका हर भाव इतना सच्चा लगता था। उन्हें बहुत याद करूंगी।

Abhishek gautam

Abhishek gautam

25 जून, 2024 - 16:37 अपराह्न

इस दुनिया में कला का असली मूल्य क्या है? क्या ये बस एक व्यापार है? नूर ने साबित किया कि कला एक आत्मा का अभिव्यक्ति है। और जब एक आत्मा जाती है, तो दुनिया एक अर्थहीन स्थान बन जाती है। हम सब बस शोर मचा रहे हैं, लेकिन वास्तविकता को नहीं समझ रहे।

Imran khan

Imran khan

26 जून, 2024 - 14:45 अपराह्न

अगर आप नूर के काम को गहराई से देखें, तो आप देखेंगे कि वो हर पात्र को अपने अंदर बसा लेती थीं। उनकी अभिनय शैली एक विज्ञान थी। उनके बाद बहुत कम लोग ऐसा कर पाएंगे।

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