विंबलडन 2024: बारबोरा क्रेजिकोवा का शानदार प्रदर्शन
विंबलडन 2024 का महिला एकल फाइनल एक ऐसा मुकाबला था जिसने दर्शकों को उनके स्थानों से बांधकर रखा। 28 साल की बारबोरा क्रेजिकोवा ने इटालियन खिलाड़ी जैस्मिन पाओलिनी को हराकर अपना दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। यह मैच तीन सेट तक चला और 6-2, 2-6, 6-4 के स्कोर के साथ समाप्त हुआ।
पहला सेट: क्रेजिकोवा की दबदबा
पहले सेट में क्रेजिकोवा ने अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने पहले 10 में से 9 अंक जीते और 5-1 की बढ़त हासिल की। पाओलिनी ने अपनी पूरी कोशिश की लेकिन क्रेजिकोवा के आक्रमण के सामने टिक नहीं सकीं। इस सेट में क्रेजिकोवा का प्रदर्शन इतना दमदार था कि उन्होंने आसानी से 6-2 से जीत दर्ज कर ली।
दूसरा सेट: पाओलिनी की वापसी
दूसरे सेट में पाओलिनी ने अपनी खेल कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने क्रेजिकोवा के हर शॉट का मजबूती से जवाब दिया और 6-2 से सेट जीतकर मैच में बराबरी कर ली। यह सेट दर्शाता है कि पाओलिनी में खेल के प्रति जुनून और दृढ़ता थी, जो उन्होंने हर अंक में दिखाया।
निर्णायक सेट में क्रेजिकोवा की जीत
तीसरे और अंतिम सेट में मुकाबला और भी रोमांचक हो गया। क्रेजिकोवा ने अपनी रफ्तार को वापस पाते हुए मुकाबले में बढ़त बनाई। पाओलिनी ने भी दो ब्रेक प्वाइंट्स बचाए लेकिन अंततः क्रेजिकोवा ने तीन मैच प्वाइंट्स के बाद जीत दर्ज की।
क्रेजिकोवा का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब
यह जीत क्रेजिकोवा के करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने अपने पहले ग्रैंड स्लैम खिताब की खुशी 2021 के फ्रेंच ओपन में जीती थी। अब, विंबलडन 2024 की जीत उनकी दूसरी बड़ी सफलता है।
जैस्मिन पाओलिनी की उपलब्धियाँ
पाओलिनी ने इस सीजन में अपना दमखम दिखाया है। वे फ्रेंच ओपन में भी उपविजेता रही थीं और विंबलडन में फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं, जो 2016 में सेरेना विलियम्स के बाद ऐसा करने में सफल हुईं।
फाइनल तक का सफर
दोनों खिलाड़ियों का फाइनल तक पहुंचने का सफर प्रशंसनीय था। क्रेजिकोवा और पाओलिनी दोनों ने शीर्ष विरोधियों को मात देकर यहां तक का सफर तय किया।
| खिलाड़ी | सफर |
|---|---|
| बारबोरा क्रेजिकोवा | क्वार्टर फाइनल में सिमोना हालेप, सेमीफाइनल में अरीना सबालेन्का को हराया |
| जैस्मिन पाओलिनी | क्वार्टर फाइनल में पेत्रा क्वितोवा, सेमीफाइनल में एशली बार्टी को हराया |
निष्कर्ष
विंबलडन 2024 का यह फाइनल मुकाबला एक यादगार खेल के लिए जाना जाएगा। दोनों खिलाड़ियों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से प्रशंसकों का दिल जीत लिया। क्रेजिकोवा की यह जीत उनके करियर का एक महत्वपूर्ण अध्याय साबित हुई है।
pradipa Amanta
15 जुलाई, 2024 - 08:48 पूर्वाह्न
क्रेजिकोवा ने जीता तो क्या हुआ इस देश के खिलाड़ी कहाँ हैं जो इतना बड़ा टूर्नामेंट जीत लेंगे
chandra rizky
17 जुलाई, 2024 - 06:52 पूर्वाह्न
वाह ये मैच तो देखने लायक था 😊 क्रेजिकोवा का तीसरा सेट तो बिल्कुल सिनेमा जैसा लगा। पाओलिनी ने भी बहुत अच्छा खेला। दोनों को बधाई 👏
Rohit Roshan
18 जुलाई, 2024 - 10:01 पूर्वाह्न
मैंने देखा था ये मैच और बस दिल दहल गया। क्रेजिकोवा का सर्विस तो बिल्कुल लेजेंडरी था। और पाओलिनी का बैकहैंड? वो तो जादू था। दोनों ने टेनिस को नया अर्थ दे दिया।
arun surya teja
18 जुलाई, 2024 - 15:19 अपराह्न
इस जीत के पीछे दीर्घकालिक अनुशासन और मानसिक ताकत का बहुत बड़ा हिस्सा है। क्रेजिकोवा की दृढ़ता और पाओलिनी का लड़ने का जुनून दोनों ही प्रेरणादायक हैं।
Jyotijeenu Jamdagni
19 जुलाई, 2024 - 03:33 पूर्वाह्न
ये फाइनल तो बिल्कुल बाज़ीगर था। जैसे कोई फिल्म में अंतिम दृश्य में बैकग्राउंड म्यूजिक बढ़ता जाए और तुम बस बैठे रह जाओ। क्रेजिकोवा का तीसरा सेट तो ऐसा लगा जैसे उसने बस एक नज़र में सब कुछ बदल दिया।
navin srivastava
19 जुलाई, 2024 - 22:02 अपराह्न
इतनी बड़ी जीत और भारत के खिलाड़ी अभी तक अपने बेड पर सो रहे हैं? ये देश तो टेनिस के लिए बना ही नहीं है। बेशक ये लड़कियां अच्छी खेल रही हैं लेकिन हमारे बच्चे तो फुटबॉल में जुटे हैं जहां कोई बड़ा ट्रॉफी नहीं मिलता
Aravind Anna
20 जुलाई, 2024 - 04:16 पूर्वाह्न
पाओलिनी का दूसरा सेट तो देखकर लगा जैसे कोई आग लग गई हो। उसने जो ब्रेक प्वाइंट्स बचाए वो इतिहास में दर्ज हो जाने चाहिए। और क्रेजिकोवा की रिकवरी? बस बहुत बढ़िया। दोनों ने टेनिस को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया
Rajendra Mahajan
21 जुलाई, 2024 - 16:13 अपराह्न
मैंने देखा कि दोनों खिलाड़ियों ने अपने अंदर के डर को जीता। क्रेजिकोवा ने अपनी पहली जीत के बाद के सालों की अनिश्चितता को दूर किया। पाओलिनी ने अपने आप को एक फाइनलिस्ट के रूप में दर्ज किया। ये जीत बस ट्रॉफी नहीं, आत्मविश्वास की जीत है
ANIL KUMAR THOTA
23 जुलाई, 2024 - 12:54 अपराह्न
मैच बहुत अच्छा था दोनों ने अच्छा खेला और ये जीत क्रेजिकोवा के लिए बहुत अच्छी है
VIJAY KUMAR
24 जुलाई, 2024 - 04:53 पूर्वाह्न
इस सबके पीछे एक गुप्त एजेंसी है जो टेनिस को बदलने के लिए बनाई गई है। क्रेजिकोवा का फॉर्म? एलियन टेक्नोलॉजी। पाओलिनी का रिकवरी? टाइम मशीन। और विंबलडन? एक बड़ा लाइव एक्सपेरिमेंट 🤖🔮
Manohar Chakradhar
25 जुलाई, 2024 - 10:05 पूर्वाह्न
अगर तुमने इस मैच को देखा तो तुम्हारा दिल भी टेनिस को चाहने लग जाएगा। क्रेजिकोवा का एक शॉट देखो और तुम खुद रैली शुरू कर दोगे। पाओलिनी की जुनून देखो और तुम्हारा दिमाग भी बोल उठेगा कि मैं भी कर सकता हूं। ये टेनिस नहीं, ये जिंदगी का सबक है
LOKESH GURUNG
26 जुलाई, 2024 - 20:25 अपराह्न
मैंने बहुत सारे मैच देखे हैं लेकिन ये फाइनल तो बिल्कुल नया लेवल था। क्रेजिकोवा ने जो लाइन लाइन बनाई वो तो बस इंजीनियरिंग का नमूना है। पाओलिनी का बैकहैंड? वो तो ब्रह्मांड का रहस्य है 😎🔥
Aila Bandagi
28 जुलाई, 2024 - 07:23 पूर्वाह्न
बहुत अच्छा खेल था दोनों ने बहुत मेहनत की है बधाई 😊
Abhishek gautam
29 जुलाई, 2024 - 19:14 अपराह्न
ये जीत बस एक ट्रॉफी नहीं है। ये एक अस्तित्व की जीत है। क्रेजिकोवा ने दिखाया कि एक लड़की जिसका जन्म एक छोटे से देश में हुआ है, वो दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट में जीत सकती है। और पाओलिनी? वो एक जीवित प्रमाण है कि लगन और जुनून से तुम किसी भी असंभव को संभव बना सकते हो। ये मैच बस टेनिस नहीं, ये एक दर्शन है। एक ऐसा दर्शन जहां हर शॉट एक जीवन का अध्याय है। और अगर तुम इसे समझ नहीं पाए, तो शायद तुम अभी तक जीवन के बारे में भी नहीं जानते
Imran khan
30 जुलाई, 2024 - 04:46 पूर्वाह्न
क्रेजिकोवा के लिए ये जीत बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने अपने करियर के बीच में बहुत कुछ देखा है। इन्फ्लूएंसर्स और बाहरी दबाव के बीच भी वो अपनी राह बना ली। और पाओलिनी की लगन? वो तो देखने लायक है। अगर तुम टेनिस को जीवन की तरह समझो, तो ये मैच तुम्हें बहुत कुछ सिखाएगा
pradipa Amanta
31 जुलाई, 2024 - 13:04 अपराह्न
तुम सब बहुत ज्यादा भावुक हो रहे हो इस खेल के लिए जबकि हमारे देश में बच्चे फुटबॉल खेल रहे हैं