ब्रिटिश ग्रां प्री, सिल्वरस्टोन में लुईस हैमिल्टन की रिकॉर्ड नौवीं जीत ने एक बार फिर से उनकी अद्वितीयता और क्षमता को साबित किया है। यह जीत उनके करियर के सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक है, खासकर इसलिए क्योंकि यह उनकी लगातार 56 रेसों में जीत के सूखे को समाप्त करती है। सिल्वरस्टोन ट्रैक पर उनकी यह उपलब्धि किसी चमत्कार से कम नहीं है।
रेस की शुरुआत से ही लुईस हैमिल्टन ने अपना दबदबा बनाया। 18वें लैप से लीड में रहे हैमिल्टन ने विभिन्न चुनौतियों का सामना किया। सबसे पहले मैक्लारेन के लैंडो नॉरिस ने उन्हें चुनौती दी, जबकि रेड बुल के मैक्स वेरस्टैपेन ने भी अपनी गति में कमी नहीं आने दी। लेकिन हैमिल्टन की अनुभव और कौशल ने आखिरकार उन्हें विजेता बना दिया।
रेस के मध्य में बारिश ने स्थिति को और जटिल बना दिया। अधिकांश ड्राइवरों को अपने नरम और मध्यम टायर्स को बदलकर इंटरमीडियेट टायर्स का इस्तेमाल करना पड़ा। यह निर्णय कई टीमों के लिए निर्णायक साबित हुआ। खासकर वेरस्टैपेन के लिए जिन्होंने एक स्मार्ट पिट स्टॉप के जरिए अपनी पोजिशन को और मजबूत किया।
रेस के अंतिम चरण में हैमिल्टन ने लैंडो नॉरिस को ओवरटेक कर लीड ले ली। उसके बाद वे अपनी गति को बनाए रखते हुए वेरस्टैपेन से आगे निकल गए और जीत के करीब पहुंच गए। अपने संजीदा दृष्टिकोण और सटीक रणनीति के साथ, हैमिल्टन ने अंततः एक सुरक्षित अंतर से वेरस्टैपेन को पछाड़ कर जीत हासिल की।
लुईस हैमिल्टन की यह जीत न केवल उनके लिए, बल्कि मोटरस्पोर्ट्स के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ती है। सिल्वरस्टोन में 12वीं बार पोडियम पर आकर उन्होंने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उनकी इस उपलब्धि ने उनके फैंस में नई उम्मीद और जोश भर दिया है।
इस बार की रेस में शीर्ष दस में आने वाले ड्राइवरों में कई प्रसिद्ध नाम शामिल हैं। लुईस हैमिल्टन के बाद मैक्स वेरस्टैपेन दूसरे नंबर पर रहे, जबकि लैंडो नॉरिस ने तीसरा स्थान हासिल किया। अन्य शीर्ष ड्राइवरों में ऑस्कर पियास्त्री, कार्लोस सैंज, नीको हुल्केनबर्ग, लांस स्ट्रोल, फर्नांडो अलोंसो, एलेक्स अलबोन और युकी त्सुनोदा शामिल हैं।
ब्रिटिश ग्रां प्री के बाद अब फॉर्मूला 1 का कारवां हंगेरियन ग्रां प्री की ओर बढ़ेगा, जो 19-21 जुलाई को आयोजित होगी। सभी ड्राइवरों के बीच नई चुनौती और रोमांच की उम्मीद है, जबकि लुईस हैमिल्टन की नज़र एक और शानदार प्रदर्शन पर होगी।