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क्या आपने हाल ही में प्रगतिमैदान टनल की खबरें देखी हैं? इस टैग पेज पर हम आपको सबसे ताज़ा जानकारी, सरकारी योजनाओं का असर और आम लोगों के अनुभव एक जगह दे रहे हैं। पढ़ते‑ही समझेंगे कि ये टनल क्यों अहम है और इसका क्या फायदा होगा.

टनल की प्रगति – कौन‑से चरण में?

सरकार ने इस साल पहला ड्रिलिंग काम शुरू किया था और अब लगभग 40% खंड समाप्त हो चुका है। तकनीकी टीम कहती है कि भूवैज्ञानिक कठिनाइयों के बावजूद गति कम नहीं हुई। अगर आप स्थानीय निवासी हैं तो आपको इस समय कुछ ट्रैफ़िक रूट बदलने पड़ सकते हैं, लेकिन अगले तीन महीनों में मुख्य मार्ग फिर से खुल जाएगा.

एक और बात ध्यान देने वाली है – टनल की सुरक्षा मानक बहुत कड़े रखे गये हैं. ऑटोमैटिक वेंटिलेशन सिस्टम और फायर अलार्म पहले ही इंस्टॉल हो चुके हैं, जिससे आप भरोसा कर सकते हैं कि यात्रा सुरक्षित रहेगी.

आर्थिक असर और रोज़गार के अवसर

टनल बनते‑ही स्थानीय रोजगार में इज़ाफा दिख रहा है. ठेकेदारों ने लगभग 1200 श्रमिकों को काम दिया है, जिसमें कारीगर, तकनीशियन और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं. इस वजह से आसपास के छोटे व्यापारियों की आमदनी भी बढ़ी है – होटल, खाने‑पीने वाले स्टॉल और टैक्सी सेवाओं का कारोबार तेज़ हो रहा है.

प्रोजेक्ट पूरा होने पर टनल मुख्य हाईवे को 30 मिनट से कम समय में जोड़ देगा. इससे लॉजिस्टिक्स कंपनियों के खर्च घटेंगे और सामान की डिलीवरी जल्दी होगी. व्यापारी इस बात से खुश हैं क्योंकि उनका माल अब तेज़ी से बाजार तक पहुंचेगा.

अगर आप निवेशक हैं तो टनल के आसपास रियल एस्टेट में बढ़ती मांग को देख सकते हैं. कई बिल्डर पहले ही प्रोजेक्ट लैंड खरीद चुके हैं और नई आवासीय कॉम्प्लेक्स की योजना बना रहे हैं। यह क्षेत्र जल्द ही एक हब बन सकता है, जहाँ ऑफिस, शॉपिंग सेंटर और रिज़िडेंशियल एरिया साथ‑साथ विकसित होंगे.

समाप्ति के करीब टनल का परीक्षण अगले महीने शुरू होगा. स्थानीय मीडिया ने कहा कि सार्वजनिक सुनवाई में सभी हितधारकों को भाग लेने का अवसर मिलेगा। आपके पास सवाल या सुझाव हों तो नीचे टिप्पणी बॉक्स में लिखिए, हम आगे की जानकारी अपडेट करेंगे.

दिल्ली: प्रगति मैदान टनल में कारोबारी से लूट की नाकाम कोशिश, दो और आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली के प्रगति मैदान टनल में इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट कारोबारी से लूट की नाकाम कोशिश में शामिल दो और आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। मुख्य साजिशकर्ता दुकान का कर्मचारी था, जिसने कारोबारी की हरकतों की जानकारी गैंग को दी थी। लूट के दौरान कारोबारी को गोली लगी, लेकिन वह बच निकले।

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