आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में बंगलुरु में खेले जा रहे मुकाबले के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत चोटिल हो गए। यह घटना तब हुई जब न्यूजीलैंड की पारी के 37वें ओवर में रविंद्र जडेजा की गेंद पर पंत के घुटने पर चोट लग गई। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने मैच के बाद जानकारी दी कि पंत को एहतियात के तौर पर मैदान से बाहर ले जाया गया है।
पंत की चोट को लेकर रोहित ने बताया कि पंत की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। पंत के उसी घुटने पर सूजन आ गई, जिस पर पहले भी सर्जरी हो चुकी है। रोहित ने इस विषय में यह भी कहा कि पंत के इतिहास में उस घुटने पर बड़ी सर्जरी हो चुकी है, और टीम किसी भी तरह का जोख़िम नहीं लेना चाहती थी। सबकी उम्मीद है कि पंत रातभर में ठीक हो जाएंगे और अगले दिन मैदान पर वापसी करेंगे।
यह घटना उस वक्त हुई जब भारतीय टीम की स्थिति मैच में दयनीय थी। भारत ने अपनी पारी केवल 46 रन पर समाप्त की, जो कि घरेलू टेस्ट मैच में उनका सबसे न्यूनतम स्कोर है। न्यूजीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदफेंकने का फैंसला किया और भारतीय बल्लेबाजी को पूरी तरह से धता बता दिया। न्यूजीलैंड की गेंदबाजी इतनी सटीक थी कि भारतीय बल्लेबाजों को टिकने का मौका ही नहीं मिला।
पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों में से कोई भी बल्लेबाज खास प्रदर्शन नहीं कर सका। एक समय ऐसा आया जब भारतीय टीम लगातार विकेट्स खोती गई और 46 के मामूली स्कोर पर सीमित रह गई। न्यूजीलैंड ने इस स्थिति का पूरा लाभ उठाया और अपनी पहली पारी में 3 विकेट पर 180 रन बना लिए। उनके बल्लेबाजों ने बढ़िया खेल प्रदर्शन किया और भारतीय गेंदबाजी के सामने पूरी तरह अपना दबदबा कायम रखा।
न्यूजीलैंड की टीम ने भारतीय हालात के अनुकूल होकर खेला। उनके शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के सामने संयम और कौशल दिखाया। क्रीज पर आकर उन्होंने रन बनाने का सोचा-समझा तरीका अपनाया और धीरे-धीरे बड़े स्कोर की ओर बढ़े।
भारतीय गेंदबाजों की चुनौती थी कि वे जल्दी से जल्दी विकेट हासिल करें, लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने अनुशासित तरीके से खेला। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने कोशिश तो की लेकिन उन्हें सही परिणाम नहीं मिला। कई बार गेंद ने बल्ले का किनारा लिया, लेकिन कोई अवसर नहीं मिला।
रोहित शर्मा और भारतीय टीम प्रबंधन अब आगे के खेल पर ध्यान केंद्रित करेंगे। पंत की स्थिति में सुधार की उम्मीद है जिससे वह अगले दिन मैदान पर वापसी कर सकें। भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला करने के लिए अपनी रणनीति को फिर से आंकर बनाना होगा।
टीम को उचित दिशा में जाकर अपनी गेंदबाजी को लक्षित करना होगा। कमजोरियों की पहचान करनी होगी और उन पर काम करना होगा। इसके साथ ही बल्लेबाजों को भी शुरुआत से धैर्य और साहस के साथ खेलना आवश्यक होगा। टीम की आंतरिक मजबूतियों को देखते हुए निकटतम समय में अपनी जगह को पुनः प्राप्त करना उनका लक्ष्य होना चाहिए।