पिछले मैच में मिली हार के बाद, श्रीलंका की क्रिकेट टीम के पास डंबुला में वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूसरे T20I में वापस उठने का बड़ा मौका था। इस सीरीज के दूसरे मैच के साथ ही प्रशंसकों की नजरें श्रीलंका की टीम पर टिकी हुई हैं, खासकर ऐसे समय में जब वह घरेलू मैदान पर खेल रही है। डंबुला का मैदान अपने खास मोड़ने वाले पिच के लिए जाना जाता है, जो स्पिनर्स को हमेशा ही मदद पहुंचाता है।
पहले T20I में श्रीलंका की बल्लेबाजी का प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं था। निशंका और मेंडिस ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन सलामी बल्लेबाजों के जाने के बाद अन्य बल्लेबाज तेजी से रन बनाने में असफल रहे। पथुम निशंका ने अपने पचासे से टीम को मजबूती दी, लेकिन अंत में बुलेट की तरह तेजी से रन बनाना जरूरी था, जहां टीम कुछ 10-15 रन पीछे रह गई।
दूसरे T20I में चरिथ असलंका की गेंदबाजी ने श्रीलंका के लिए खेल का पूरा माहौल बदल दिया। दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर उन्होंने वेस्ट इंडीज की बल्लेबाजी के बांध को तोड़ दिया। वेस्ट इंडीज के बेस्ट बल्लेबाज शेरफेन रदरफोर्ड को पवेलियन भेजते हुए उन्होंने टीम का मनोबल ऊंचा कर दिया। यही नहीं, असलंका एक बार रोवमैन पॉवेल का विकेट लेते-लेते रह गए, लेकिन यहां भी उनकी गेंदबाजी की precision ने सभी का ध्यान खींचा।
जब वेस्ट इंडीज का स्कोर 40/6 था, तो यह साफ हो गया था कि श्रीलंका ने गेंदबाजी में चालाकी से विपक्षी टीम को दबाव में रखा है। इस बीच, रोमाअरियो शेफर्ड एक रन पर बैटिंग कर रहे थे, जबकि असलंका ने 2 ओवर में केवल 6 रन देकर 2 विकेट लिए, जिससे उनका मकसद गेंदबाजों की काबिलियत को खुली चुनौती दे रहा था।
पहला मैच में श्रीलंका की बल्लेबाजी ने किरदार एक बार फिर साबित कर दिया कि मिडल ऑर्डर को मैच को खत्म करने की कला सीखनी होगी। निशंका और मेंडिस ने ओपनिंग पार्टनरशिप में 77 रन जोड़े, लेकिन उसके बाद की धीमी गति ने जीत की संभावना को कम कर दिया। आखिरी ओवरों में बड़ा हिट लगाने के बजाय टीम नियमित अंतराल में विकेट खोने लगी।
बॉलिंग और बैटिंग के मिलेजुले प्रयास से श्रीलंका को यह मैच जीतने की जरूरत है। यह उनकी टीम स्प्रिट और रणनीतियों का एक अवसर है। उनके स्पिनर्स को पिच के अनुसार गेंदबाजी में तुरंत लाना होगा, ताकि पिच का पूरा लाभ उठाया जा सके। इससे विरोधी टीम पर दबाव बनेगा और बल्लेबाजों को भी अच्छा मौका मिलेगा बड़ा स्कोर खड़ा करने के लिए।
यह मैच सिर्फ स्कोर बोर्ड पर दर्शाए गए नंबरों का खेल नहीं है, बल्कि रणनीति और प्रदर्शन का भी मैच है। श्रीलंका के लिए, यह उनके युवा और अनुभवी खिलाड़ियों की काबिलियत को देखने का मौका होगा। वहीं, वेस्ट इंडीज के लिए यह एक अवसर है कि वे फिर से उठें और अपने विरोधियों को एक मजबूत चुनौती दें।