इंग्लैंड के मशहूर तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया है और इस अवसर पर उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली के खिलाफ अपने अनमोल मुकाबलों का जिक्र किया। अपने विदाई भाषण में एंडरसन ने कोहली के साथ उनके लंबे समय से चली आ रही प्रतिस्पर्धा को याद किया और इसे अपने करियर की सबसे बेहतरीन यादों में से एक बताया।
एंडरसन ने बताया कि करियर के शुरुआती दिनों में जब विराट कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था, तो उन्हें ऐसा लगता था कि वे हर गेंद पर कोहली को आउट कर सकते हैं। लेकिन कोहली की बल्लेबाजी में समय के साथ सुधार आया और उन्होंने अपने कौशल से साबित कर दिया कि उन्हें आउट करना कितना कठिन है।
विराट कोहली के शुरुआती दिन
विराट कोहली ने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था, तब वह अपनी तकनीक पर काम कर रहे थे और विरोधी गेंदबाजों को चुनौती देने का प्रयास कर रहे थे। 2014 में इंग्लैंड दौरे पर, एंडरसन ने कोहली को लगातार चार बार आउट किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि एंडरसन का कोहली के खिलाफ एक मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल हो गई थी।
2014 के दौरे की यादें
एंडरसन ने बताया कि 2014 का इंग्लैंड दौरा उनके लिए खासा महत्वपूर्ण था। इस सीरीज में उन्होंने कोहली को चार बार आउट किया, जिसने उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया। कोहली के खिलाफ इस सफलता ने एंडरसन को एक नई पहचान दी और उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में शामिल कर दिया।
2018 का अद्वितीय प्रदर्शन
वहीं 2018 के इंग्लैंड दौरे पर, कोहली ने अपनी बल्लेबाजी से सबको चौंका दिया। उन्होंने इस दौरे में 600 से अधिक रन बनाए और एक बार भी एंडरसन के हाथों आउट नहीं हुए। यह उनके सुधार और विलक्षण प्रतिभा का प्रमाण था। एंडरसन ने इस प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि विराट कोहली ने खुद को साबित कर दिया कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं।
करियर की ऊंचाइयाँ
अपने लंबे करियर में एंडरसन ने 600 से अधिक टेस्ट विकेट हासिल किए और इंग्लैंड के लिए कई अनमोल योगदान दिए। उन्होंने अपने करियर में कभी भी बड़े चोटों का सामना नहीं किया, जिससे उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिला। एंडरसन ने बताया कि उनके करियर के ये बेहतरीन पल उन्हें हमेशा याद रहेंगे।
विराट कोहली के खिलाफ विशेष रिकॉर्ड
एंडरसन ने विराट कोहली को अपने टेस्ट करियर में कुल सात बार आउट किया है, जो किसी भी गेंदबाज के लिए एक बड़ी उपलब्थि है। उन्होंने कहा कि कोहली के खिलाफ खेलते वक्त उन्हें हमेशा खास चुनौती का सामना करना पड़ता था। उनका मकसद होता था कि कोहली को जल्द से जल्द पविलियन भेजा जाए।
कोहली के साथ उनके इस प्रकार के खास मुकाबले ने उन्हें एक बेहतर खिलाड़ी बनाया और एंडरसन ने भी कोहली के कौशल और दृढ़ता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोहली के खिलाफ खेलना हमेशा एक रोमांचक अनुभव रहा और इससे उन्हें खुद को बेहतर करने का मौका मिला।
एंडरसन की विदाई
जेम्स एंडरसन की विदाई इंग्लैंड क्रिकेट के लिए एक बड़ा नुकसान है। उन्होंने अपने करियर में न केवल अपनी टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित किया। उनकी मेहनत, संयम और समर्पण ने उन्हें एक महान क्रिकेटर बनाया।
एंडरसन की विदाई के बाद भी उनकी यादें और उनके प्रदर्शन हमेशा क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में बसा रहेगा। उन्होंने अपने करियर में जो भी मुकाम हासिल किया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
Neelam Dadhwal
14 जुलाई, 2024 - 11:27 पूर्वाह्न
ये सब बकवास पढ़कर मुझे गुस्सा आ रहा है कि हम एक गेंदबाज की यादों में विराट कोहली को एक डरावना दुश्मन बना रहे हैं। वो तो बस एक बल्लेबाज था जिसने अपनी मेहनत से दुनिया को दिखा दिया कि कैसे एक आदमी खुद को बदल सकता है। एंडरसन को अपनी खुशी का जश्न मनाने दो, लेकिन हमें अपने खिलाड़ियों को उनकी गलतियों से नहीं, उनकी लड़ाई से पहचानना चाहिए।
vishal kumar
15 जुलाई, 2024 - 17:49 अपराह्न
क्रिकेट के इतिहास में गेंदबाज और बल्लेबाज के बीच का संघर्ष एक सांस्कृतिक द्वंद्व का प्रतीक है। एंडरसन के लिए कोहली एक चुनौती थे जिसने उनकी तकनीक को गहराई से परखा। कोहली के लिए यह एक अध्ययन था कि कैसे एक अनुभवी गेंदबाज के सामने स्थिरता बनाए रखी जाए। यह दोनों के लिए एक विकास की कहानी है।
Oviyaa Ilango
16 जुलाई, 2024 - 05:44 पूर्वाह्न
2014 में एंडरसन ने कोहली को चार बार आउट किया। 2018 में कोहली ने उसे एक भी आउट नहीं किया। यही अंतर है बीच बच्चे और आदमी का।
Aditi Dhekle
17 जुलाई, 2024 - 13:13 अपराह्न
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज के लिए कोहली का अवलोकन एक मनोवैज्ञानिक डायनामिक्स का उदाहरण है। शुरुआती असफलता के बाद उनकी अनुकूलन क्षमता ने उन्हें एक नए स्तर पर पहुंचाया। यह बल्लेबाजी का नहीं बल्कि मानसिक रिस्ट्रक्चरिंग का मामला है।
Aditya Tyagi
18 जुलाई, 2024 - 21:39 अपराह्न
अरे भाई ये लोग सब बड़े बड़े बातें कर रहे हैं लेकिन याद रखो एंडरसन ने कोहली को बार-बार आउट किया था। अब वो आए हैं अपनी विदाई पर एक गर्म गले लगाने के लिए। ये लोग तो बस रिकॉर्ड दिखाने के लिए लगे हैं। असली लड़ाई तो वो थी जब कोहली ने उसे बिना आउट हुए 600 रन बनाए।
chandra rizky
20 जुलाई, 2024 - 09:11 पूर्वाह्न
इस बात को देखकर अच्छा लगा कि दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे के प्रति सम्मान रखते हैं। एंडरसन ने अपनी यादों में कोहली को शामिल किया और कोहली ने हमेशा उनकी बल्लेबाजी की तारीफ की। यही तो सच्चा खेल है। 🙏
Rohit Roshan
20 जुलाई, 2024 - 23:53 अपराह्न
कोहली की ये वापसी तो बस एक बल्लेबाज की नहीं बल्कि एक इंसान की जीत है। जब आप लोगों को लगता है कि आपको हर गेंद पर आउट कर दिया जाएगा, तो आप जो बनते हैं वो बस एक खिलाड़ी नहीं, एक असली लीजेंड बन जाते हैं। एंडरसन ने उसे बनने दिया। ❤️
arun surya teja
21 जुलाई, 2024 - 07:52 पूर्वाह्न
एंडरसन के करियर का एक अहम हिस्सा कोहली के खिलाफ खेला गया। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कोहली ने इस चुनौती को एक अवसर के रूप में लिया। यह एक ऐसा संवाद है जो क्रिकेट के इतिहास में दुर्लभ है।
Jyotijeenu Jamdagni
22 जुलाई, 2024 - 00:50 पूर्वाह्न
ये दोनों के बीच का रिश्ता जैसे एक बहुत बड़ा नाटक हो। पहले एंडरसन का बल्ला और बाद में कोहली का बल्ला। जैसे दो नदियां आमने-सामने आईं और फिर एक दूसरे के साथ बहने लगीं। ये बस खेल नहीं, ये तो एक अद्भुत रचना है।
navin srivastava
22 जुलाई, 2024 - 14:41 अपराह्न
एंडरसन ने कोहली को 7 बार आउट किया ये बात भूल गए भारतीय लोग। अब वो बड़े बड़े बातें कर रहे हैं कि कोहली ने उसे बार-बार बचा लिया। ये लोग अपने खिलाड़ियों को बना रहे हैं देवता जबकि वो तो एक बल्लेबाज है जिसे एक गेंदबाज ने बार-बार बाहर किया। ये देश का असली दुख है।
Aravind Anna
24 जुलाई, 2024 - 04:14 पूर्वाह्न
एंडरसन ने जब कोहली को चार बार आउट किया तो वो बस एक नौजवान था। लेकिन जब कोहली ने 2018 में उसे एक भी आउट नहीं किया तो वो एक देवता बन गया। ये जो बदलाव हुआ वो कोहली के दिमाग में हुआ था। एंडरसन ने उसे बनाया। ये जीत दोनों की है। जय हिंद जय इंग्लैंड 🇮🇳🇬🇧