वोल्टास पर निवेश को लेकर मोतीलाल ओसवाल ने 'खरीदें' की सिफारिश देते हुए 2070 रुपये का लक्ष्य मूल्य दिया है। यह अवलोकन कंपनी के वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के उत्कृष्ट परिणामों के प्रकाश में किया गया है। इस तिमाही में वोल्टास ने अपनी आय 14.26% बढ़ाकर 2,619 करोड़ रुपये कर दी है, जो कि अनुमानों से 5% अधिक है। इसके अलावा, कंपनी के EBITDA में 131.42% की वृद्धि हुई है, जो कि 162 करोड़ रुपये है। यह आंकड़ा अनुमानों से 11% अधिक है।
वोल्टास की EBITDA मार्जिन में भी 313 बेसिक प्वाइंट्स की वृद्धि देखी गई है, जिसे बढ़ाकर 6.18% किया गया है, जो कि अनुमानों से 30 बीपीएस अधिक है। कंपनी की शुद्ध लाभ 269.44% तक बढ़ गई है, जो कि 133 करोड़ रुपये है, हालांकि यह अनुमानित 137 करोड़ रुपये से थोड़ी कम रही। वोल्टास ने रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग के क्षेत्र में अपनी मजबूती बरकरार रखी है और इस सेगमेंट में उनका बाजार में 21% हिस्सेदारी है, जो सितंबर 2024 तक की अवधि के लिए सत्य है।
वोल्टास का वोल्टबेग गृह उपकरण व्यवसाय भी तेजी से विकास कर रहा है। सितंबर 2024 तक की अवधि में वाशिंग मशीन में 7.5% और रेफ्रिजरेटर में 5% बाजार हिस्सेदारी दर्ज की गई है। यह तेजी बाजार में वोल्टास की गहरी कनेक्टिविटी और उसकी गुणवत्ता की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। कंपनी का विश्वास है कि इन क्षेत्रों में विस्तार के कारण वर्ष 2024 से 2027 तक EBITDA और शुद्ध लाभ की वार्षिक वृद्धिदर क्रमशः 52% और 82% रहने की संभावना है।
वित्त वर्ष 2026 और 2027 के लिए इक्विटी पर वापसी अनुमानित क्रमशः 15% और 17% होगी। ऐसे में निवेशकों के लिए आवश्यक है कि वे मोतीलाल ओसवाल द्वारा जारी नवीनतम और सटीक रिपोर्ट पर ध्यान केंद्रित करें, जिससे वे निवेश के संबंध में सूचित और सही निर्णय ले सकें।