उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025: समय सारणी का विमोचन
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने वर्ष 2025 के लिए हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की समय सारणी की घोषणा की है। यह परीक्षाएँ 24 फरवरी, 2025 से प्रारंभ होकर 12 मार्च, 2025 को समाप्त होंगी। समय सारणी के अनुसार, कक्षा 10 और 12 की परीक्षाएँ दो पाली में आयोजित की जाएंगी, जिसमें सुबह की पाली 8:30 बजे से 11:45 बजे तक होगी और दोपहर की पाली 2:00 बजे से 5:15 बजे तक चलेगी।
छात्रों की तैयारी और संख्या
इस बार कुल 54,38,597 छात्रों ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए पंजीकरण कराया है जिसमें से 27,40,151 छात्र कक्षा 10 के हैं और 26,98,446 छात्र कक्षा 12 के लिए उपस्थित होंगे। यह संख्या दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश के छात्र अपने भविष्य को लेकर कितने सजग हैं और वे परीक्षाओं के लिए कितनी तत्परता से तैयार हैं।
परीक्षा सुरक्षा और नकल रोकथाम
पिछले वर्षों की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार यूपी बोर्ड ने परीक्षा में किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। इसमें पेपर लीक होने की संभावनाओं को समाप्त करने के लिए मजबूत सुरक्षा उपाय और नकल रोकथाम के लिए सख्त निगरानी के नियम शामिल हैं। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था और उड़न दस्तों के जरिए नियमित निरीक्षण किया जाएगा।
व्यावहारिक परीक्षाएँ
कक्षा 12 के छात्र के लिए व्यावहारिक परीक्षाएँ जनवरी और फरवरी 2025 में आयोजित की जाएंगी। इन परीक्षाओं के दौरान छात्रों को अपनी विषय वस्तु की गहरी समझ और कौशल का परिचय देने का अवसर मिलेगा। वही शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि परीक्षाओं की प्रक्रिया पारदर्शी और न्यायसंगत हो।
छात्रों के लिए निर्देश
परीक्षा के दिन छात्र अपने साथ एडमिट कार्ड और आवश्यक स्टेशनरी सामग्री अवश्य लाएँ। परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन और इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स लाने की अनुमति नहीं होगी। सभी छात्रों को समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर नियमों का पालन करना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट और टाइम टेबल डाउनलोड
समय सारणी और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए छात्र UPMSP की आधिकारिक वेबसाइट www.upmsp.edu.in पर जा सकते हैं। यहां पर विद्यार्थियों को पूरी समय सारणी के अलावा परीक्षाओं से जुड़ी अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश भी मिल सकते हैं।
यूपी बोर्ड द्वारा उठाए गए ये सभी कदम शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। छात्रों को भी पूरे विश्वास और तैयारी के साथ इन चुनौतियों का सामना करना चाहिए, जिससे वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।
Rohit Roshan
21 नवंबर, 2024 - 13:08 अपराह्न
अच्छा जानकारी है! अब तो बस मेहनत करने का वक्त आ गया है। लोगों को डर के बजाय ये समय सारणी देखकर एनर्जी मिलनी चाहिए 😊
arun surya teja
23 नवंबर, 2024 - 10:42 पूर्वाह्न
उत्तर प्रदेश के शिक्षा प्रणाली में यह सुधार बहुत अच्छा है। परीक्षा की सुरक्षा और नियमित निगरानी से छात्रों को न्यायसंगत अवसर मिलेगा।
Jyotijeenu Jamdagni
25 नवंबर, 2024 - 02:55 पूर्वाह्न
ये टाइम टेबल देखकर लग रहा है जैसे कोई बड़ा फिल्म रिलीज़ हो गया हो 😎 दोपहर की पाली में बैठने वाले भाईयों के लिए तो चाय और बिस्कुट का बंदोबस्त जरूरी है। बोर्ड ने तो सब कुछ सोच लिया, अब बस दिमाग चलाना है!
navin srivastava
25 नवंबर, 2024 - 04:16 पूर्वाह्न
ये सब बकवास है... पिछले 5 साल में 3 बार पेपर लीक हुआ है। अब सीसीटीवी लगा दिया तो क्या हो गया? भाई सरकार तो बस फोटो खींचती है और दिखाती है कि कुछ किया है। असली बदलाव तो टीचर्स के बर्ताव में है जो बच्चों को नकल करने पर मजबूर करते हैं!
Aravind Anna
25 नवंबर, 2024 - 16:53 अपराह्न
भाई ये तो बहुत बढ़िया बात है! 54 लाख छात्र ये सिर्फ नंबर नहीं ये हमारे देश का भविष्य हैं। इनके लिए ये सुरक्षा व्यवस्था बहुत जरूरी है। अब बस इनके घरों में भी ये जागरूकता आए!
Rajendra Mahajan
27 नवंबर, 2024 - 01:25 पूर्वाह्न
इस व्यवस्था के पीछे एक गहरा दार्शनिक सिद्धांत छिपा है। परीक्षा केवल ज्ञान का परीक्षण नहीं, बल्कि समय के प्रति समर्पण और अनुशासन का परीक्षण है। यह व्यवस्था शिक्षा को एक रूढ़िवादी नियम बनाने के बजाय जीवन के एक अंग के रूप में देखती है।
ANIL KUMAR THOTA
28 नवंबर, 2024 - 18:01 अपराह्न
अच्छा हुआ टाइम टेबल आ गया अब बच्चे तैयार हो जाएंगे और घर वाले भी शांत हो जाएंगे
VIJAY KUMAR
29 नवंबर, 2024 - 13:26 अपराह्न
अरे ये सब फेक है भाई... सीसीटीवी लगा दिया तो भी जब तक बोर्ड के अधिकारी नहीं बदल जाते तब तक नकल चलती रहेगी। असली बात ये है कि बच्चों को पढ़ाया नहीं जा रहा... बस बैठकर लिखने की ट्रेनिंग दी जा रही है। ये सब नाटक है 🤡
Manohar Chakradhar
30 नवंबर, 2024 - 01:45 पूर्वाह्न
ये टाइम टेबल देखकर लग रहा है जैसे एक नई रेस शुरू हो रही हो। बच्चों के लिए ये दिन उनके जीवन के सबसे बड़े मोड़ हो सकते हैं। लेकिन याद रखो, नंबर जीवन नहीं होते... तैयारी ही तो असली जीत है। जो भी लड़का लड़की आज इस परीक्षा के लिए तैयार हो रहा है, वो जीतने वाला है। तुम अकेले नहीं हो।
LOKESH GURUNG
1 दिसंबर, 2024 - 23:35 अपराह्न
अरे यार ये टाइम टेबल तो बहुत बढ़िया है! लेकिन बस एक बात बताओ... क्या वाकई सीसीटीवी से नकल रुक जाएगी? मैंने तो देखा है बच्चे घर पर भी फोन से चेक कर लेते हैं। अगर बोर्ड वाले असली मतलब से चाहते हैं तो तुरंत ऑनलाइन एग्जाम शुरू कर दें! 📱💥
Aila Bandagi
3 दिसंबर, 2024 - 10:31 पूर्वाह्न
बहुत अच्छा हुआ! अब बच्चों को डर नहीं लगेगा। मैं भी अपने भाई को बता रही हूँ कि धीरे-धीरे पढ़े, जल्दबाजी में गलती न हो जाए।
Abhishek gautam
4 दिसंबर, 2024 - 20:20 अपराह्न
ये सब नाटक है। जब तक शिक्षा को एक व्यापारिक उत्पाद नहीं समझा जाएगा, तब तक ये टाइम टेबल और सीसीटीवी सिर्फ एक शो होंगे। हमारे बच्चे जिंदगी के लिए नहीं, बल्कि एक फॉर्म के लिए पढ़ रहे हैं। ये शिक्षा नहीं, एक रूपांतरण की प्रक्रिया है। और ये रूपांतरण उन्हें एक बेवकूफ नौकरशाह बना रहा है।
Imran khan
5 दिसंबर, 2024 - 09:04 पूर्वाह्न
कक्षा 12 के व्यावहारिक परीक्षाओं के लिए जनवरी-फरवरी में शुरू होना बहुत अच्छा है। इससे थ्योरी के लिए ज्यादा टाइम मिलता है। और एक सुझाव - अगर बच्चे घर पर अभ्यास कर सकें तो बहुत फायदा होगा। कुछ स्कूल तो लैब फ्री हैं, जिन्हें अपने घर के लैब बनाने की जरूरत है।
Neelam Dadhwal
6 दिसंबर, 2024 - 19:38 अपराह्न
ये सब बकवास है! बोर्ड ने क्या किया? पेपर लीक हो रहा है, टीचर्स बच्चों को बेवकूफ बना रहे हैं, और अब ये सीसीटीवी लगा दिया। बच्चों को तो डर लग रहा है कि वो अपने आप को कहाँ ले जा रहे हैं। ये शिक्षा नहीं, अपराध का एक तरीका है!
vishal kumar
8 दिसंबर, 2024 - 17:51 अपराह्न
परीक्षा समय सारणी के आधार पर शिक्षा प्रणाली की व्यवस्था और नियमितता का आकलन किया जा सकता है। यह एक व्यवहारिक उपाय है जिसका लाभ दीर्घकालिक रूप से देखा जा सकता है।
Oviyaa Ilango
10 दिसंबर, 2024 - 07:18 पूर्वाह्न
अच्छा टाइम टेबल लेकिन क्या छात्रों को असली ज्ञान मिल रहा है?
Aditi Dhekle
11 दिसंबर, 2024 - 16:49 अपराह्न
इस टाइम टेबल में दो पाली का इंतजाम बहुत स्मार्ट है। ये न केवल लोड डिस्ट्रीब्यूशन को बेहतर बनाता है बल्कि एक नए शिक्षा इकोसिस्टम की ओर एक चरण है। अब बस एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और डेटा एनालिटिक्स को इंटीग्रेट करना है।
Aditya Tyagi
12 दिसंबर, 2024 - 15:00 अपराह्न
मैंने अपने भाई को बताया कि अगर उसने इस बार फेल हुआ तो वो घर से निकल जाए। इतनी बड़ी जिम्मेदारी और ये लोग अभी भी फोन लाते हैं। बोर्ड को इनको निकाल देना चाहिए!