जब हार्मनप्रीत कौर, कैप्तन of भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 5 अक्टूबर 2025 को शान्ति‑भरे कोलंबो की धरती पर पिच पर कदम रखा, तो सभी जानते थे कि भारत की जीत की संभावना आसमान छू रही है। लेकिन जो देखा, वह सिर्फ स्कोरकार्ड नहीं, बल्कि एक बयान‑जैसा था – 247 रन बनाकर पाकिस्तान को 159 पर सीमित कर 88 रन से जीतना, और साथ ही 12‑0 की परिपूर्ण रिकॉर्ड को और भी चमकाना।
मैचा आईसीसी महिला विश्व कप 2025श्रीलंका के छठे मुकाबले में आर प्रेमेंडास स्टेडियम में खेला गया। भारत ने लाइटनिंग‑ऑफ़ के बाद 247/9 बनाकर पारी समाप्त की, जबकि पाकिस्तान को 159/10 पर लहरों में धकेला गया।
टॉस जीतने के बाद पाकिस्तान ने फील्ड चुना, जिससे भारत को पिच पर अपना रफ काम दिखाने का पूरा मौका मिला। क्रांति गौड़, बॉलर ने 3 विकेट केवल 20 रन देकर पाकिस्तान की टॉप ऑर्डर को हिलाते हुए रफ़्तार को बिगाड़ दिया। दीप्ति शर्मा ने पीछे से छक्का नहीं, बल्कि 3 विकेट के साथ धक्का दिया, जिससे पाकिस्तान के बीच‑क्रम के बॉलर को भी निराशा हुई। स्नेह राणा ने दो अतिरिक्त विकेट लेकर दबाव को लगातार बनाए रखा।
बेटी बॉलिंग के बीच, भारत की बैटिंग में छोटे‑छोटे फायरफ्लाइज़ देखे गए। स्मृति मान्धाना ने 32 गेंदों पर 41 रन बनाए, जबकि प्रातिका रावल ने फ्रीहैंड में 34 गेंदों पर 38 रन चुराए। दोनों ने टीम को स्थिर आधार प्रदान किया, जिससे कप्तान हार्मनप्रीत कौर को गेंदबाज़ी में हिट करने का मौका मिला। यह जीत उनके दूसरे लगातार जीत थी, जिन्होंने कोलंबो में पहले मैच में श्रीलंका को 59 रन से हराया था, जिसमें दीप्ति शर्मा ने 53 रन की शिखर पारी और 3/54 की बॉलिंग की थी।
पाकिस्तान की ओर से बॉलिंग में प्रारम्भिक झंझट के बाद भी, सिद्रा अमीन ने 58 रन की द्रापी के साथ जंग जारी रखी। उन्होंने नतालिया परवेज के साथ 69 रन का सहयोग किया, जिससे टीम ने 150 के करीब थोड़ा-बहुत पहुंच बना ली। लेकिन परवेज के आउट होने के बाद, मैदान पर वैरिएशन नहीं रहा, और भारत के तेज बॉलर जल्दी‑जल्दी विकेट लेते रहे। अंत में, पाकिस्तान ने 88 रन की बड़ी कमी पर खेल समाप्त किया।
पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना, कैप्तन ने मैच के बाद कहा, "हमारी टीम ने दिल से खेड़ी, लेकिन भारत की गेंदबाज़ी हमें रोकने में काफी असरदार रही। आगे की मैचों में सुधार का प्रयास करेंगे।" उनका बयान स्पष्ट कर रहा था कि दो लगातार हार ने टीम की मनोबल को थोड़ा झटका दिया है।
खेले के पीछे एक बड़ी कहानी छिपी थी – हाल ही में एशिया कप 2025 में पुरुष टीमों के बीच बढ़ते तनाव ने इस द्वंद्व को दोबारा मंच पर लाया। दोनों देशों के कप्तानों को टॉस के समय एक साथ कदम रखना, दर्शकों के लिए एक छोटे‑से प्रतीक जैसा था। कई विशेषज्ञों ने कहा, "यदि महिला खिलाड़ियों के बीच तनाव नहीं है, तो यह मैदान पर दो देशों के बीच शांति‑संधि का एक छोटा नमूना है।"
कोलंबो के इस मैच के बाद भारत ने दो अंक हासिल कर टेबल में शीर्ष स्थान पर कायम रह गया, जबकि पाकिस्तान दो मैचों में शून्य अंक के साथ अभी भी नीचे खड़ा है। यह अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की शक्ति को फिर से स्थापित करता है, और दलीलों के साथ-साथ खेल के मूल्यों को भी पुनः उजागर करता है।
इंडिया को अब दायरे में वेस्ट इंडीज़, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के अन्य मजबूत टीमों का सामना करना पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि भारतीय बल्लेबाज अपनी फॉर्म को बरकरार रखें, और गेंदबाज़ी में गौड़ व शर्मा जैसी उमंगपूर्ण लहरें बनायी रखें, तो सेमीफाइनल तक पहुँचना तय है।
पाकिस्तान के लिए यह एक सीखने का अवसर है। अगले मैच में उनका लक्ष्य कम से कम एक अंक लेना होगा, जिससे वे तालिका में बाहर न हों। अब की मुख्य बात उनकी बॉलिंग में विविधता और बैटिंग में स्थिरता लाना है।
जीत ने टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाया है, विशेषकर गेंदबाज़ी में क्रांति गौड़ और दीप्ति शर्मा की चमकदार प्रदर्शन ने बॉलर कॉम्बिनेशन पर भरोसा बढ़ा दिया। आगे के मैचों में वे इस गति को बनाए रखने की कोशिश करेंगे, जिससे सेमीफाइनल तक पहुँचना आसान हो सकता है।
पाकिस्तान को अपने मध्य क्रम की स्थिरता पर काम करना होगा। सिद्रा अमीन ने अच्छी कोशिश की, लेकिन साझेदारी टूटने के बाद टीम की रन‑निर्माण क्षमता गिर गई। अधिक रिटर्निंग ओवर और विविध गेंदबाज़ी उनके लिए आवश्यक होगी।
खेल के मैदान पर सकारात्मक कदम, जैसे दोनों कप्तानों का हाथ मिलाना, कूटनीतिक तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह सिर्फ एक छोटे‑से संकेत है; वास्तविक प्रभाव में सरकारों के राजनयिक कदमों का बड़ा योगदान रहेगा।
भारत की अगली फेज़ में ऑस्ट्रेलिया और वेस्ट इंडीज़ के साथ एक ‘पावरप्ले’ मैच है, जो ग्रुप स्टेज के अंतिम दौर में तय होगा। इस मैच को जीतने से भारत सीधे सेमिक-final में पहुँच सकेगा।
कोलंबो के स्टेडियम में लगभग 15,000 दर्शकों ने उत्साह से भरपूर एंकरेज़ दिखाया। भारतीय और पाकिस्तानी दोनों प्रशंसकों ने सामाजिक मीडिया पर खेल को सराहा, खासकर दोनों टीमों के बीच खेल भावना को जारी रखने के लिए।
rupesh kantaria
5 अक्तूबर, 2025 - 22:25 अपराह्न
भारतीय महिला क्रिकेट की इस जीत को देख कर बहुत गहरा विचार उभरता है। यह केवल खेल नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा का प्रतिबिंब है। टीम ने दृढता से मैदान पर कब्जा जमाया, जैसे कि इतिहास में कई बार देखा गया है। इस जीत से हमारे युवाओं में खेल के प्रति रुचि और बढ़ेगी, आशा है।