यूरो 2024 में छह खिलाड़ियों के बीच साझा हुआ गोल्डन बूट अवार्ड
यूरोपियन फुटबॉल चैंपियनशिप 2024 का गोल्डन बूट अवार्ड छह खिलाड़ियों के बीच साझा किया गया है। ये खिलाड़ी हैं इंग्लैंड के हैरी केन, स्पेन के दानी ओल्मो, स्लोवाकिया के इवान श्रांज, जॉर्जिया के जॉर्ज मिकाउताद्ज़े, जर्मनी के जमाल मुसियाला और नीदरलैंड्स के कोड़ी गक्पो। इन सबने टूर्नामेंट के दौरान तीन-तीन गोल किए, जिसके कारण गोल्डन बूट अवार्ड को इन सभी के बीच बांटा गया।
फाइनल मैच इंग्लैंड और स्पेन के बीच खेला गया, जिसमें स्पेन ने 2-1 से जीत हासिल की। हालाँकि टूर्नामेंट के दौरान कई खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन गोल के दृष्टिकोण से सबका योगदान समान रहा। यह पहले बार है जब यूरोपीय चैंपियनशिप में गोल्डन बूट अवार्ड छह खिलाड़ियों के बीच साझा हुआ है।
फाइनल मैच की मुख्य घटनाएँ
फाइनल मैच में इंग्लैंड और स्पेन दोनों ही टीमों ने कड़ी मेहनत दिखाई। हैरी केन और दानी ओल्मो की भूमिका विशेष महत्व रखती है। जहां एक ओर हैरी केन ने पहले हाफ में कई अवसर बनाए, वहीं दूसरी ओर दानी ओल्मो ने एक निर्णायक क्लियरेंस की जिससे स्पेन की टीम को एक महत्वपूर्ण बढ़त मिली। खेल के 61वें मिनट में हैरी केन को बदल दिया गया क्योंकि वह अपेक्षित योगदान नहीं दे पा रहे थे।
इस बीच, स्पेन के दानी ओल्मो ने स्पेन के रक्षा पंक्ति में मजबूती भरने का काम किया और कई बार इंग्लैंड के आक्रमण को विफल किया। अंततः स्पेन की ओर से खेलते हुए सबसे महत्वपूर्ण क्षण दानी ओल्मो का रहा, जब उन्होंने एक निर्णायक क्लियरेंस किया जिसने स्पेन को 2-1 की अग्रता दी।
नए नियमों के अनुसार गोल्डन बूट की स्थिति
यूरोपियन चैंपियनशिप के इस संस्करण में गोल्डन बूट अवार्ड के नियमों में बदलाव किया गया। पहले गोल याददाश्त के साथ जोड़े जाते थे, लेकिन इस बार यदि टाई रहती है तो अवार्ड साझा किया जाएगा। इस प्रकार, छह अलग-अलग देशों के खिलाड़ियों के बीच यह अवार्ड साझा हुआ है।
विजेता खिलाड़ियों का योगदान
हैरी केन, जो इंग्लैंड के कप्तान हैं, ने टूर्नामेंट के दौरान इंग्लैंड को कई महत्वपूर्ण मैचों में जीताया। उन्होंने गोल के निरंतर प्रयास किए और अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दानी ओल्मो ने अपनी टीम के लिए प्रमुख क्षणों में गोल किए और यह सुनिश्चित किया कि स्पेन फाइनल में जगह बना सके।
स्लोवाकिया के इवान श्रांज ने अपने देश के लिए शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन गोल किए और दर्शकों के बीचज़ उनकी भी चर्चा हुई। जॉर्जिया के जॉर्ज मिकाउताद्ज़े तथा जर्मनी के जमाल मुसियाला, जो युवाओं के प्रतीक हैं, ने बेहतरीन स्किल्स दिखाकर गोल किए। कोड़ी गक्पो ने नीदरलैंड्स के लिए अद्भुत खेला और अपनी टीम को मजबूत स्थिति में बनाए रखा।
टूर्नामेंट का समापन
यूरो 2024 का यह संस्करण फुटबॉल के इतिहास में यादगार रहेगा, खासकर जब गोल्डन बूट छह खिलाड़ियों के बीच साझा हुआ। इस टूर्नामेंट ने खिलाड़ियों की व्यक्तिगत स्किल और टीम वर्क दोनों को सम्मानित किया है। स्पेन की जीत से टूर्नामेंट का समापन हुआ, और छह खिलाड़ियों ने गोल्डन बूट जीतकर अपने नाम का सम्मान किया।
इस प्रकार, यूरो 2024 न सिर्फ टीम प्रयास का प्रदर्शन था बल्कि व्यक्तिगत क्षमताओं की भी साक्षी रही। गोल्डन बूट साझा होने से यह सिद्ध होता है कि फुटबॉल एक टीम गेम है, जहां हर खिलाड़ी का योगदान महत्वपूर्ण है।
Aditi Dhekle
16 जुलाई, 2024 - 06:28 पूर्वाह्न
यह गोल्डन बूट का साझा होना फुटबॉल की वास्तविकता को दर्शाता है। एक टीम में हर किसी का योगदान महत्वपूर्ण होता है। गोल करने वाला नहीं, बल्कि जो उसके लिए रास्ता बनाता है, वही असली हीरो होता है।
हैरी केन की गति, ओल्मो की बुद्धिमानी, मुसियाला की तेज़ी - सब अलग-अलग भाषाओं में एक ही संदेश दे रहे थे।
Jyotijeenu Jamdagni
17 जुलाई, 2024 - 15:05 अपराह्न
इस बार गोल्डन बूट छह लोगों के बीच बंटा तो हुआ, लेकिन असली जीत तो स्पेन की हुई। जब टीम जीतती है, तो गोल्डन बूट का अर्थ बदल जाता है। अब यह एक नियम का उल्लंघन नहीं, बल्कि एक नए युग का संकेत है।
कोई एक नायक नहीं, बल्कि एक नायकों का समूह। फुटबॉल अब एक जनतंत्र है।
Rohit Roshan
19 जुलाई, 2024 - 11:00 पूर्वाह्न
मुझे लगता है ये साझा अवार्ड बहुत अच्छा है। अब लोग ये समझेंगे कि फुटबॉल में एक खिलाड़ी अकेला नहीं जीतता। 😊
मिकाउताद्ज़े और गक्पो जैसे खिलाड़ियों को भी इतना सम्मान मिलना बहुत अच्छी बात है।
Aravind Anna
21 जुलाई, 2024 - 04:25 पूर्वाह्न
हैरी केन ने तीन गोल किए और इंग्लैंड को फाइनल तक पहुंचाया लेकिन फाइनल में उन्हें बदल दिया गया? ये ट्रेंड बहुत अजीब है। क्या ये टीम का फैसला था या फिर फेडरेशन का कोई राजनीतिक निर्णय?
कोई भी टीम अपने कप्तान को फाइनल में बदल दे तो वो असली टीमवर्क नहीं होता, बल्कि असफलता का बचाव होता है।
navin srivastava
23 जुलाई, 2024 - 02:21 पूर्वाह्न
इंग्लैंड के खिलाफ स्पेन की जीत बहुत अच्छी थी। हमारे देश के लिए ये एक शिक्षा है। हम अपने खिलाड़ियों को बहुत ज्यादा बढ़ावा देते हैं लेकिन टीमवर्क की कमी है।
यूरोप में तो अब तीन गोल करने वाला भी अवार्ड के लिए नहीं रहता।
LOKESH GURUNG
24 जुलाई, 2024 - 08:59 पूर्वाह्न
अरे भाई ये गोल्डन बूट छह लोगों के बीच बंट गया तो अब ये अवार्ड बेकार हो गया 😂
मैंने तो सोचा था कि ये अवार्ड किसी एक जादूगर को मिलेगा जैसे मेसी या रोनाल्डो को।
vishal kumar
24 जुलाई, 2024 - 21:31 अपराह्न
एक खिलाड़ी के गोल का महत्व उसके टीम के नतीजे पर निर्भर करता है। यदि वह गोल टीम को जीत दिलाता है तो वह अनमोल होता है। यदि वह टीम को हार दिलाता है तो वह असार होता है।
गोल्डन बूट का साझा होना एक तकनीकी व्यवस्था है, लेकिन वास्तविकता यह है कि जीतने वाली टीम का कप्तान अकेला ही नायक होता है।
pradipa Amanta
26 जुलाई, 2024 - 09:06 पूर्वाह्न
तीन गोल करने वाले सभी को अवार्ड देना बेकार है। ये तो बस एक जेब भरने का तरीका है। किसी एक को देना चाहिए था। वरना ये अवार्ड बेकार हो गया।
arun surya teja
27 जुलाई, 2024 - 00:52 पूर्वाह्न
यह साझा अवार्ड फुटबॉल के विकास का प्रतीक है। अब यह एक खिलाड़ी का खेल नहीं, बल्कि एक टीम का खेल है।
हर गोल के पीछे एक एसिस्ट, एक डिफेंस, एक गोलकीपर होता है। इसलिए यह साझा अवार्ड न्यायसंगत है।
VIJAY KUMAR
27 जुलाई, 2024 - 09:09 पूर्वाह्न
ये सब कुछ बस एक बड़ा धोखा है। गोल्डन बूट छह लोगों के बीच बंट गया? हाँ बिल्कुल।
अब तो अगले साल तो ये अवार्ड बस एक टीम को दे दिया जाएगा और बाकी सब को ट्रॉफी के बर्तन में डाल दिया जाएगा। 🤡
यूरोपीय फुटबॉल अब एक टीवी शो हो गया है।
Aila Bandagi
28 जुलाई, 2024 - 15:15 अपराह्न
मुझे लगता है ये बहुत अच्छा है। हर खिलाड़ी को सम्मान मिला। बस इतना ही चाहिए। ❤️
Aditya Tyagi
30 जुलाई, 2024 - 05:49 पूर्वाह्न
क्या आपने देखा कि हैरी केन को फाइनल में बदल दिया गया? ये टीम का फैसला था या फिर कोई गुप्त निर्णय? मैं तो सोच रहा था कि वो तो टूर्नामेंट का सबसे बड़ा नायक है।
अब तो लगता है कि जीतने वाली टीम के खिलाड़ियों को ही अवार्ड दिया जाएगा।
Rajendra Mahajan
31 जुलाई, 2024 - 07:18 पूर्वाह्न
गोल्डन बूट का साझा होना फुटबॉल के इतिहास में एक नया मोड़ है। यह एक व्यक्तिगत उपलब्धि को टीम के योगदान के साथ जोड़ता है।
हर गोल के पीछे एक एसिस्ट, एक ड्रिबल, एक फास्ट रिटर्न होता है। इसलिए यह साझा अवार्ड एक नए युग का संकेत है।
Manohar Chakradhar
1 अगस्त, 2024 - 14:41 अपराह्न
इस टूर्नामेंट में जिन खिलाड़ियों ने तीन गोल किए, वो सब असली चैंपियन हैं। अब तो ये अवार्ड बहुत अच्छा लग रहा है।
मुसियाला का एक गोल तो देखिए ना, वो तो फिल्म का सीन लग रहा था। जॉर्जिया के लिए ये इतिहास बन गया।
ANIL KUMAR THOTA
2 अगस्त, 2024 - 22:28 अपराह्न
गोल्डन बूट छह लोगों के बीच बंट गया तो अब ये अवार्ड बेकार हो गया। किसी एक को देना चाहिए था।
Oviyaa Ilango
3 अगस्त, 2024 - 07:12 पूर्वाह्न
यह साझा अवार्ड एक नियम का उल्लंघन है जिसे बहुत से लोग गलत मानते हैं। यह एक व्यक्तिगत उपलब्धि का सम्मान नहीं है बल्कि एक अवसर का अपहरण है।
chandra rizky
4 अगस्त, 2024 - 23:26 अपराह्न
असली जीत तो ये है कि छह अलग-अलग देशों के खिलाड़ियों ने एक ही समय में अपनी टीम के लिए इतना अच्छा किया।
फुटबॉल अब दुनिया का खेल है। ये अवार्ड उसका प्रतीक है। 🌍