अगर आप स्टॉक मार्केट में नए हैं या पहले से ही एप्पल के शेयर रखते हैं, तो आपको रोज़मर्रा की खबरों पर ध्यान देना जरूरी है। एप्पल का स्टॉक हर दिन कई कारकों से प्रभावित होता है – नई प्रोडक्ट लॉन्च, तिमाही कमाई, और ग्लोबल इकोनॉमी में बदलाव. इस लेख में हम आज के प्रमुख बिंदुओं को समझेंगे ताकि आप जल्दी‑फैसले ले सकें.
एप्पल शेयर (AAPL) की भारत में ट्रेडिंग कीमत लगभग ₹ 180,000 के आसपास चल रही है। पिछले हफ़्ते कंपनी ने अपने iPhone 15 सीरीज़ का प्री‑ऑर्डर शुरू किया और इसका मार्केट रिस्पॉन्स मजबूत रहा. साथ ही, तिमाही कमाई रिपोर्ट में राजस्व लक्ष्य से थोड़ा ऊपर आया, जिससे अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की खरीदारी बढ़ी.
दूसरा बड़ा कारण है अमेरिकी फेडरल रिज़र्व का ब्याज दर नीति। जब RBI और Fed दोनों ही रेट को स्थिर रखे, तो जोखिम‑सहनशील शेयरों में पूँजी वापस आती है और एप्पल जैसा टेक स्टॉक्स लाभ उठाते हैं. इस तरह की आर्थिक खबरें अक्सर कीमत में छोटे‑छोटे उछाल लाती हैं.
चार्ट देखिये तो 50‑दिन का मूविंग एवरेज अभी भी अपट्रेंड में है, यानी लंबी अवधि की दिशा ऊपर की ओर है. हालिया RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) 70 के करीब है, जिससे थोड़ा ओवरबॉट संकेत मिलता है – मतलब कीमत थोड़ी अधिक हो सकती है.
अगर आप अल्प‑कालिक ट्रेडर हैं तो छोटा‑छोटा लाभ लेने के लिए 175,000 स्तर पर स्टॉप‑लोसेट रखें. दीर्घकालीन निवेशकों को इस समय थोड़ा धीरज रखना चाहिए क्योंकि एप्पल की बुनियादी ताकत – ब्रांड, इकोसिस्टम और सेवाओं से आय – अभी भी मजबूत है.
एक आसान तरीका है कि आप SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए हर महीने एक तय राशि निवेश करें. इससे बाजार के उतार‑चढ़ाव का असर कम हो जाता है और दीर्घकाल में औसत लागत घटती है.
सबसे पहले, किसी भरोसेमंद ब्रोकरेज फर्म पर डेमो अकाउंट खोलिए. KYC पूरा करें, बैंक खाते को लिंक करें और ‘NSE/BSE’ के माध्यम से एप्पल की लिस्टेड इक्विटी (AAPL) खरीदें। कुछ ब्रोकर US‑ड्रॉप्स या विदेशी शेयरों में विशेष टूल्स देते हैं; उनका उपयोग करके आप सीधे न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर भी ट्रेड कर सकते हैं.
ध्यान रखें, फॉर्म 24B और टैक्स की ड्यूटी सही से भरें. अगर आपको टैक्स बचाने के लिए लाँब‑टर्म कैपिटल गैन्स (LTCG) का फायदा चाहिए तो शेयर को एक साल से अधिक समय तक रखिए.
अंत में, निवेश करते समय हमेशा रिस्क मैनेजमेंट पर ध्यान दें। एप्पल की कीमत गिर भी सकती है अगर कोई प्रोडक्ट फेल हो या वैश्विक आर्थिक तनाव बढ़े. इसलिए स्टॉप‑लोसेट और पोर्टफोलियो डाइवर्सिफ़िकेशन को अपनाएँ.
सारांश में, एप्पल शेयर आज के माहौल में आकर्षक दिख रहा है, लेकिन किसी भी निवेश की तरह इसमें जोखिम है। कीमत का ट्रेंड ऊपर है, तकनीकी संकेत कुछ ओवरबॉट बता रहे हैं और दीर्घकालीन लाभ अभी भी संभावित है. अगर आप सही योजना बनाते हैं तो इस टॉप टेक स्टॉक से अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
93 वर्षीय अरबपति निवेशक वॉरेन बफेट ने एप्पल के अपने हिस्से का लगभग आधा हिस्सा बेच दिया है, जिससे उन्होंने $76 बिलियन की कमाई की है। यह जानकारी हाल ही में SEC फाइलिंग में सामने आई है, जिससे पता चलता है कि बर्कशायर हैथवे ने अपने एप्पल होल्डिंग्स को $160 बिलियन से घटाकर $84.2 बिलियन कर लिया है। यह कदम तब उठाया गया है जब एप्पल के शेयर की कीमत अपने उच्चतम स्तर पर है।
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