हरियाणा में अगले साल विधानसभा चुनाव तय हो रहा है और सबको सवाल है – कौन जीतने वाला है? इस टैग पेज पर हम आपको सबसे ताज़ा खबरें, पार्टियों की स्थिति और वोट डालते समय ध्यान रखने योग्य बातें बता रहे हैं। अगर आप हरियाणा के राजनीति‑प्रेमी हैं या सिर्फ सही जानकारी चाहते हैं तो यहाँ से शुरू करें.
भाजपा, कांग्रेस और जजपा इस बार भी मुख्य दावेदार हैं. भाजपा ने पिछले दो चुनावों में मजबूत पकड़ बनाई थी, लेकिन कई सालों के विकास कार्यक्रम अब सवाल बन रहे हैं। कांग्रेस ने ग्रामीण क्षेत्रों में नई योजनाओं का वादा किया है और युवा वर्ग को अपील करने की कोशिश कर रही है। जजपा अपनी सामाजिक मुद्दे‑परक एजेन्डा से छोटे शहरों और कासौली जैसी जगहों पर भरोसा जीत रहा है.
इनके अलावा स्वतंत्र उम्मीदवार भी कुछ सीटों में खेल बदल सकते हैं, खासकर जहाँ स्थानीय झगड़े ज्यादा होते हैं. हरियाणा के प्रमुख नेता – मनोज सिंह, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दयाल सिंह धीरज – अपनी-अपनी पार्टियों की छवि को मजबूत करने के लिए लगातार रैलियां दे रहे हैं.
वोट डालते समय सबसे बड़ा नियम है पहचान‑पत्र साथ रखना. अगर आपका नाम एन्क्रिप्टेड सूची में नहीं दिखता, तो तुरंत फॉर्म भर कर अपडेट करवाएँ। मतदान केंद्र पर जल्दी पहुँचें – अक्सर सुबह 9 बजे ही लाइन लगती है.
अपनी पसंदीदा पार्टी या उम्मीदवार के कामकाज को समझने के लिए स्थानीय खबरों और हमारे साइट "गणेशजिकीआरती समाचार" पर अपडेट देखें. अगर आप पहली बार वोट डाल रहे हैं, तो एलबोरेशन कार्ड का फोटो लेकर रखें – इससे पहचान प्रक्रिया आसान होगी.
भारी भीड़ में धैर्य रखें, अनुशासन बनाये रखें और किसी भी तरह की ग़लत जानकारी से बचें. सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले झूठे पोस्ट अक्सर चुनावी माहौल को बिगाड़ते हैं; अगर कुछ सुनें तो आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि कर लें.
अंत में, याद रखिए कि आपका एक वोट ही बदलाव ला सकता है. चाहे आप शहरी हों या ग्रामीण, हरियाणा की भविष्य की दिशा तय करने में आपकी भागीदारी अहम है. हमारी साइट पर रोज़ नई रिपोर्ट, रियल‑टाइम परिणाम और विश्लेषण आते रहते हैं – इसलिए बुकमार्क करें और अपडेट रहें.
हरियाणा के विधायक राकेश दौलताबाद का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गुरुग्राम के बादशाहपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले दौलताबाद लोकसभा चुनाव की वोटिंग के दौरान अचानक से अस्वस्थ हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनकी अचानक मृत्यु से हरियाणा की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
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