अगर आप कर्नाटक में बी.टेक या डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिये है। यहाँ हम एंट्री प्रोसेस, जरूरी दस्तावेज़ और कटऑफ़ तक की सारी जानकारी देंगे, ताकि आप बिना झंझट के एडमिशन कर सकें.
सबसे पहले, कर्नाटक टेक्निकल यूनिवर्सिटी (KTU) द्वारा आयोजित बीईई (Karnataka Common Entrance Test) का रजिस्ट्रेशन करना होता है। ऑनलाइन पोर्टल पर अपना प्रोफ़ाइल बनाकर 10‑12 की अंक तालिका और बोर्ड मार्क्स अपलोड करें। फिर परीक्षा के लिए शुल्क जमा करें, आमतौर पर यह राशि ₹2,000 से ₹3,500 तक होती है.
परीक्षा का पैटर्न दो घंटे में 180 प्रश्न होते हैं, जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित शामिल हैं। टाइम मैनेजमेंट जरूरी है; हर सेक्शन को बराबर समय दें. एक बार पेपर खत्म होने के बाद तुरंत उत्तर जाँचें और अपने स्कोर की तुलना पिछले साल के कटऑफ़ से करें.
बीईई के परिणाम आने पर KTU काउंसलिंग शुरू होती है। ऑनलाइन पोर्टल में अपना रैंक डालकर कॉलेज पसंदीदा क्रम में भरें। याद रखें, पहले विकल्पों को खाली न छोड़ें, क्योंकि कई बार कटऑफ़ थोड़ा घट सकता है और आपके पास जगह बच सकती है.
कर्नाटक में इंजीनियरिंग की लोकप्रिय शाखाएँ – कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मेकेनिकल – का कटऑफ़ हर साल बदलता रहता है। 2024 के आंकड़ों से देखा गया कि शीर्ष 10% रैंक वाले छात्रों को सीधे प्राथमिक सीट मिल जाती है. अगर आपका रैंक 5,000‑7,000 के बीच है, तो आप सेकंड या थर्ड विकल्प में भी जगह पा सकते हैं.
सीट मैट्रिक्स देखना न भूलें। सरकारी कॉलेजों (जैसे NITK, BMS) की सीट संख्या सीमित होती है, जबकि निजी संस्थानों में ज्यादा अवसर होते हैं. अक्सर निजी कॉलेज में कटऑफ़ कम रहता है, पर फीस अधिक हो सकती है.
डॉक्यूमेंट्स तैयार रखें: 10वीं और 12वीं के मार्कशीट, बोर्ड सर्टिफिकेट, पहचान पत्र (Aadhaar), फोटो, तथा पासपोर्ट आकार की तस्वीरें. काउंसलिंग के दिन ये सब ऑनलाइन अपलोड करने होंगी.
अगर आप रीसैट या री-एंट्री कर रहे हैं, तो पहले से KTU पोर्टल पर अपना लॉगिन चेक करें और नई डेडलाइन नोटिस रखें। अक्सर देर तक इंतजार नहीं करना पड़ता; अगर आपका दस्तावेज़ सही है तो एडमिशन जल्दी हो जाता है.
एक और टिप – कॉलेज की प्लेसमेंट रेटिंग, फॅकल्टी क्वालिटी और कैंपस सुविधाओं को देखें. सिर्फ कटऑफ़ पर नहीं, बल्कि भविष्य की संभावनाओं पर भी सोचें. कई बार छोटे शहर के अच्छे कॉलेज बेहतर करियर देते हैं.
आखिर में, अगर कोई सवाल बचा हो तो KTU हेल्पलाइन या आधिकारिक FAQ सेक्शन देखें। अधिकांश समस्याएं वहीँ हल होती हैं, जैसे लॉगिन इश्यू या दस्तावेज़ अपलोड एरर.
सारांश में, रजिस्ट्रेशन से लेकर काउंसलिंग तक हर कदम पर ध्यान रखें, टाइमलाइन फॉलो करें और सही डॉक्यूमेंट्स तैयार रखें। यही तरीका है कर्नाटक इंजीनियरिंग प्रवेश 2025 में सफलता पाने का.
KEA ने KCET 2025 काउंसलिंग शुरू कर दी है और ऑप्शन एंट्री लिंक एक्टिव है। Round 2 का मॉक सीट अलॉटमेंट 29 अगस्त 2025 तक जारी है। Round 1 में ऑप्शन एंट्री 18 जुलाई तक और रियल अलॉटमेंट 28 जुलाई को हुआ। सितंबर की शुरुआत में Round 2 का फाइनल अलॉटमेंट आएगा, जबकि सितंबर-अक्टूबर में एक्सटेंडेड राउंड होंगे। दस्तावेज़ सत्यापन और समयसीमा का पालन जरूरी है।
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