सेबी की ताज़ा खबरें – आपका स्टॉक मार्केट साथी

नमस्ते! अगर आप शेयरों में रुचि रखते हैं तो सेबी (Securities and Exchange Board of India) का हर कदम आपके लिए मायने रखता है. इस पेज पर हम रोज़ाना सेबी के नए निर्देश, बाजार की हलचल और निवेशकों के लिए आसान टिप्स लाते हैं.

सेबी के नए दिशानिर्देश

पिछले कुछ हफ़्तों में सेबी ने कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। सबसे पहले, छोटे‑स्ट्रेच ट्रांजैक्शन पर अब अधिक रिपोर्टिंग दायित्व है. इसका मतलब है कि अगर आप 10 लाख रुपये से कम का लेन‑देण कर रहे हैं तो भी आपको रेज़िडेंट डिटेल्स देनी होंगी.

दूसरा बड़ा कदम – म्युचुअल फंडों में निवेश करने वाले लोगों के लिए जोखिम खुलासे को आसान बनाया गया. अब फंड मैनेजर्स को सिर्फ़ एक पेज की डिस्क्लोजर रिपोर्ट बनानी है, जिससे निवेशक जल्दी समझ सकें कि उनका पैसा कहाँ लगा है.

तीसरा अपडेट – IPO प्रक्रिया में टर्न‑अराउंड टाइम कम किया गया. पहले कई हफ्ते लगते थे फॉर्म भरने से लेकर मंजूरी तक, अब यह दो‑तीन दिन में हो रहा है. इससे कंपनियों को पूंजी जुटाने में तेज़ी मिल रही है और निवेशकों के पास नए शेयर जल्दी आते हैं.

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

सेबी की नई नीतियां पढ़ते‑समझते आप उलझ सकते हैं, पर कुछ आसान कदम मदद कर सकते हैं. पहला – अपने ब्रोकर्स से पूछें कि वे इन नए नियमों के अनुसार आपके ट्रेडिंग अकाउंट को कैसे अपडेट करेंगे.

दूसरा – हर महीने एक बार अपने पोर्टफ़ोलियो की जाँच करें. अगर कोई फंड या स्टॉक नया निर्देशों का उल्लंघन कर रहा है, तो जल्दी बदलाव करना बेहतर रहता है.

तीसरा – भरोसेमंद वित्तीय समाचार स्रोतों को फ़ॉलो करें. हमारी साइट पर भी सेबी से जुड़ी हर बड़ी खबर रोज़ अपडेट होती है, इसलिए नियमित पढ़ना फायदेमंद रहेगा.

अंत में याद रखें, शेयर बाजार में जोखिम तो रहता ही है, लेकिन सही जानकारी और समय पर कार्रवाई से नुकसान कम किया जा सकता है. अगर आप इन टिप्स को अपनाएंगे तो सेबी के नियमों का फायदा उठाकर अपने निवेश को सुरक्षित रख पाएँगे.

हिंडनबर्ग और सेबी विवाद: IPE-प्लस फंड द्वारा अडानी शेयरों में निवेश के आरोप का खंडन

हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति पर अडानी के शेयरों में निवेश के आरोप लगाए। 360 वन एसेट मैनेजमेंट ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि IPE-प्लस फंड ने कभी अडानी शेयरों में निवेश नहीं किया। सेबी और सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच शुरू की है और सेबी ने अपनी निष्पक्षता पर विश्वास जताया है।

आगे पढ़ें

क्वांट म्यूचुअल फंड पर फ्रंट-रनिंग संदेह पर सेबी की रेड: रिपोर्ट

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने क्वांट म्यूचुअल फंड, जिसका स्वामित्व संदीप टंडन के पास है, पर फ्रंट-रनिंग गतिविधियों के संदेह में तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की। यह कार्रवाइयां मुंबई मुख्यालय और हैदराबाद में एक संदिग्ध लाभकारी स्वामित्व पते पर की गईं।

आगे पढ़ें