यूरोपीय फुटबॉल का सबसे बड़ा इवेंट अब करीब है और हर कोई ये जानना चाहता है कि कब कौन खेल रहा है। इस लेख में हम टॉप टीमें, मैच टाइमिंग और फॉर्म की आसान भाषा में चर्चा करेंगे ताकि आप बिना किसी उलझन के सब कुछ समझ सकें।
टूर्नामेंट 14 जून से शुरू हो रहा है और पहले दो हफ्ते समूह चरण चलेंगे। हर मैच का समय स्थानीय समय (जर्मनी/ऑस्ट्रिया) के हिसाब से बताया गया है, लेकिन भारत में आप इसे +4:30 घंटे जोड़कर देख सकते हैं। उदाहरण के तौर पर जर्मनी बनाम स्कॉटलैंड 14 जून को शाम 8 बजे (भारतीय समय रात 12:30) शुरू होगा। इसी तरह हर ग्रुप का पहला मैच सुबह या दोपहर में रखा गया है, ताकि दर्शकों को आराम से देखने का मौका मिले।
ग्रुप‑A में जर्मनी, स्कॉटलैंड, हंगरी और स्विट्जरलैंड हैं। जर्मनी ने क्वालीफाइंग राउंड में दो जीत के साथ शानदार शुरुआत की है; उनके स्ट्राइकर टोमास म्युलर का गोलिंग फॉर्म खासा चमक रहा है। स्कॉटलैंड की डिफेंस अब तक मजबूत दिखी, लेकिन उनकी आक्रमण लाइन अभी तक निरंतर नहीं हुई। हंगरी ने कुछ अंडरडॉग जीतें हासिल कीं और उनका तेज़ विंगर खेल कई बार मैच बदल देता है। स्विट्जरलैंड का संतुलित सेट‑अप उन्हें किसी भी टीम के खिलाफ टाई करने में मदद कर सकता है।
ग्रुप‑B में फ्रांस, इंग्लैंड, इटली और अल्बानिया हैं। यहाँ सबसे बड़ी चर्चा फ्रांस की आक्रमण शक्ति की है – ग्रिज़मन पिएरे का किकिंग फॉर्म अभी तक नहीं गिरा। इंग्लैंड के हेनरी केजेलेन को अक्सर ‘अप्रोच’ पर सवाल उठता रहता है, लेकिन उनका बॉल कंट्रोल आजकल बहुत सुधरा हुआ दिख रहा है। इटली की डिफेंस को अक्सर 'द्रव' कहा जाता है, पर अगर वे अपनी पोजीशनिंग ठीक रखें तो काउंटर अटैक में चौंका सकते हैं। अल्बानिया ने पहले टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था और इस बार भी आशा बड़ी है।
ग्रुप‑C में स्पेन, पुर्तगाल, जॉर्जिया और सर्बिया शामिल हैं। स्पेन का टिकी-टाकी फिर से जीवित हो रहा है; लियोनार्डो फर्नांडेज़ की पासिंग गेम को देखकर आप कहेंगे ‘ये तो पेंटिंग जैसा है’। पुर्तगाल के रोनाल्डो ने अभी तक अपना गोल नहीं गिनाया, लेकिन उनका अनुभव टीम को हर मोड़ पर दिशा देता है। जॉर्जिया एक अंडरडॉग है, पर उनकी फिजिकल फिटनेस और तेज़ प्रेशर उनके लिए बड़ी ताकत बन सकती है। सर्बिया के युवा खिलाड़ी अक्सर देर से चमकते हैं, इसलिए उनका मैच‑फ़ाइनल में असर देखना दिलचस्प होगा।
ग्रुप‑D में नेदरलैंड्स, ऑस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक और पोलैंड शामिल हैं। नेदरलैंड्स का अटैक बहुत तेज़ है; उनके विंगर अक्सर बॉल को सीधे गोल तक ले जाते हैं। ऑस्ट्रिया की डिफेंस लाइन को कुछ लोग ‘क्लोज़’ मानते हैं, पर उनका मिडफ़ील्ड कभी‑कभी खाली हो जाता है जिससे खतरा बनता है। चेक रिपब्लिक के फॉरवर्ड अक्सर हेडर से गोल मारते हैं, इसलिए आप सेट‑पिएस में उनकी ताकत देखेंगे। पोलैंड की स्ट्राइकिंग लाइन अभी तक स्थिर नहीं दिखी, लेकिन अगर वे डिफेंस को तोड़ पाएँ तो टॉप पर पहुंचना आसान होगा।
इन समूहों के अलावा भी कई छोटे ग्रुप हैं जिनमें बर्मिंघम (बेल्जियम), पुर्तगाल जैसे बड़े नाम हैं। हर मैच में दो चीज़ें देखनी चाहिए – कौन सी टीम जल्दी गोल करती है और किसके पास साइडलाइन पर सब्स्टीट्यूशन का विकल्प है। अक्सर जीतने वाली टीम वह होती है जो पहले 15 मिनट में दबाव बनाती है, इसलिए आप टाइमिंग नोट कर सकते हैं।
अब बात करते हैं फैंस के लिए उपयोगी टिप्स की। अगर आप लाइव स्ट्रीम देखना चाहते हैं तो भारत में कई OTT प्लेटफ़ॉर्म यूरोपीय समय के हिसाब से रील-टाइम अपडेट देते हैं। मैच शुरू होने से पहले 10‑15 मिनट पर ‘प्रीकिक’ वीडियो देखें, इससे आपको टीम फ़ॉर्म का त्वरित सार मिल जाएगा। साथ ही सोशल मीडिया पर हैशटैग #Euro2024 को फॉलो करने से आप तुरंत स्कोर और हाइलाइट्स पा सकते हैं।
अंत में एक बात याद रखें – टुर्नामेंट चार महीने तक चलता है, इसलिए सिर्फ़ शुरुआती ग्रुप मैचों पर नहीं, बल्कि क्वार्टर‑फ़ाइनल, सेमी‑फ़ाइनल और फाइनल के लिए भी तैयारी रखनी चाहिए। टीम की चोटें, फ़ॉर्म बदलाव और मौसम की स्थिति अक्सर परिणाम को बदल देती हैं। अगर आप बुकमेकर साइट पर दांव लगा रहे हैं तो इन सब फैक्टर्स को ध्यान में रखें।
तो अब तैयार हो जाइए! UEFA Euro 2024 का रोमांच शुरू होने वाला है और आपके पास सभी जानकारी हाथ में है। चाहे आप ग्रुप‑स्टेज की डिटेल चाहते हों या फाइनल की प्रेडिक्शन, इस पेज पर हर अपडेट मिलेगा। खेलते रहें, मज़ा लेते रहें!
स्पेन ने इंग्लैंड को 2-1 से हराकर बर्लिन, जर्मनी में आयोजित UEFA Euro 2024 के फाइनल में चौथी बार यूरोपीय चैंपियनशिप का खिताब जीता। युवा स्क्वाड और कोच लुइस दे ला फुएंटे की अगुवाई में स्पेन ने शानदार प्रदर्शन किया। इंग्लैंड के कोच गैरेथ साउथगेट के नेतृत्व में टीम ने अपने सफर के दौरान लगातार सुधार और दृढ़ संकल्प दिखाया।
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