भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने अपनी गेंदबाजी से इंग्लैंड को चौंका दिया, जब शुक्रवार को कुआलालंपुर में खेले गए मुकाबले में उन्होंने इंग्लैंड को केवल 113 रनों पर सीमित कर दिया। इस कान्फिडेंट प्रदर्शन में पारुनिका सिसोदिया ने 3/21 और वैष्णवी शर्मा ने 3/23 का शानदार स्पैल डाला। इंग्लैंड की पारी को इन दो गेंदबाजों ने बाँधकर रखा, जिससे इंग्लैंड के लिए स्कोर खड़ा करना मुश्किल हो गया।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी की शुरुआत हालांकि, धीमी रही और पांचवें ओवर तक वे बिना कोई विकेट खोए 37 रन तक पहुंच गए थे। लेकिन इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने पलक झपकते ही इंग्लिश बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया। डविना पेरीन ने 45 रन बनाकर थोड़ी कोशिश की लेकिन इंग्लैंड की निचली क्रम की बल्लेबाजी कठिनाइयों में घिर गई। अंतिम 10 ओवरों में इंग्लैंड ने केवल 40 रन ही बनाए और छह विकेट खो दिए।
भारतीय टीम ने बल्लेबाजी में भी अपना दबदबा बनाए रखा। जी त्रिशा ने शानदार 35 रन बनाए जबकि कमलिनी ने अपनी नाबाद 56 रन की पारी में 8 चौके जड़े। भारतीय टीम ने इंग्लैंड के 114 रनों के लक्ष्य को 15 ओवरों में ही 9 विकेट रहते हासिल कर लिया। स्पिनर्स के बेहतरीन प्रदर्शन और कमलिनी की महत्वपूर्ण पारी की बदौलत भारत ने यह महत्वपूर्ण जीत दर्ज की।
इस जीत के साथ भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने रविवार को होने वाले फाइनल में जगह बना ली, जहां उनका मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा। दक्षिण अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया था और वे पहली बार U-19 महिला टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची हैं। भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला न केवल प्रतिष्ठा का होगा, बल्कि विश्व पटल पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने का भी मौका होगा।
हालिया प्रतिस्पर्धाओं से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय टीम जिस तरह के फॉर्म में है, वह उन्हें जीत का प्रमुख उम्मीदवार बनाती है। इस टूर्नामेंट में भारतीय स्पिनरों का प्रदर्शन अद्वितीय रहा है, जो फाइनल मुकाबले में भी एक अहम भूमिका निभा सकता है। खिलाड़ियों का संयमित प्रदर्शन और टीम के मध्य का सामंजस्य भारतीय टीम की ताकत बनी हुई है। फाइनल में उनकी सफलता उनकी मानसिक स्थिरता और दबाव में प्रदर्शन की क्षमता पर भी निर्भर करेगी।