श्रीलंकाई क्रिकेटर प्रभात जयसूर्या ने गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में अपना जलवा बिखेरा। इस मैच में उन्होंने नौवीं बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट हासिल किए, जो मुरलीधरन के 67 पांच विकेट की पारी के रिकॉर्ड के करीब है। जयसूर्या का यह प्रदर्शन श्रीलंका की जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
गॉल की स्पिन अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाते हुए जयसूर्या ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी के जाल में फँसाया। उनकी शानदार आंकड़े 5/89 ने यह साबित कर दिया कि वह कितने कुशलतापूर्वक गेंद को घुमा सकते हैं। इस प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी इकाई दबाव में आ गई थी, जहां सिर्फ एलेक्स कैरी का 106 रन एकमात्र उज्ज्वल पक्ष था।
जयसूर्या, जो सिर्फ 32 साल के हैं और केवल 13वें टेस्ट में खेल रहे हैं, ने यह साबित किया है कि वह श्रीलंका के लिए एक प्रमुख गेंदबाज बन सकते हैं। उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन ने यह चर्चा शुरू कर दी है कि क्या वह मुरलीधरन के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
यह श्रृंखला इस बात की पुष्टि करती है कि जयसूर्या न सिर्फ श्रीलंका के भविष्य के लिए बल्कि समकालीन क्रिकेट के लिए भी एक महत्वपूर्ण खिलाडी बनकर उभर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन ने ये दिखा दिया कि स्पिन के खिलाफ उनकी विशेषता कितनी अनमोल हो सकती है।