प्रभात जयसूर्या का शतक के करीब प्रदर्शन
श्रीलंकाई क्रिकेटर प्रभात जयसूर्या ने गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में अपना जलवा बिखेरा। इस मैच में उन्होंने नौवीं बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट हासिल किए, जो मुरलीधरन के 67 पांच विकेट की पारी के रिकॉर्ड के करीब है। जयसूर्या का यह प्रदर्शन श्रीलंका की जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
गॉल की स्पिन अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाते हुए जयसूर्या ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी के जाल में फँसाया। उनकी शानदार आंकड़े 5/89 ने यह साबित कर दिया कि वह कितने कुशलतापूर्वक गेंद को घुमा सकते हैं। इस प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी इकाई दबाव में आ गई थी, जहां सिर्फ एलेक्स कैरी का 106 रन एकमात्र उज्ज्वल पक्ष था।
जयसूर्या की महत्वपूर्ण भूमिका
जयसूर्या, जो सिर्फ 32 साल के हैं और केवल 13वें टेस्ट में खेल रहे हैं, ने यह साबित किया है कि वह श्रीलंका के लिए एक प्रमुख गेंदबाज बन सकते हैं। उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन ने यह चर्चा शुरू कर दी है कि क्या वह मुरलीधरन के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
यह श्रृंखला इस बात की पुष्टि करती है कि जयसूर्या न सिर्फ श्रीलंका के भविष्य के लिए बल्कि समकालीन क्रिकेट के लिए भी एक महत्वपूर्ण खिलाडी बनकर उभर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन ने ये दिखा दिया कि स्पिन के खिलाफ उनकी विशेषता कितनी अनमोल हो सकती है।
Manohar Chakradhar
10 फ़रवरी, 2025 - 02:17 पूर्वाह्न
वाह! ये जयसूर्या तो असली स्पिन मैजिक कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ तो बस गेंद को देखकर हैरान रह गए। इतनी नियंत्रित गेंदबाज़ी आजकल कम ही दिखती।
VIJAY KUMAR
11 फ़रवरी, 2025 - 00:10 पूर्वाह्न
अरे यार, ये सब बस एक गुप्त ऑस्ट्रेलियाई षड्यंत्र है 🤫 उन्होंने गॉल के मैदान में जादू का इस्तेमाल किया है! वैसे भी, जब तक आप भारतीय टीम के साथ नहीं होते, तब तक कोई भी रिकॉर्ड 'असली' नहीं होता 😎
LOKESH GURUNG
11 फ़रवरी, 2025 - 23:00 अपराह्न
भाई, ये जयसूर्या तो अब तक का सबसे बेस्ट लेग-स्पिनर है! मुरली के बाद ऐसा कोई नहीं आया। 5 विकेट के बाद भी गेंद उतनी ही डांस कर रही थी। ये तो बस बात बन गई! 🤘
Aila Bandagi
13 फ़रवरी, 2025 - 18:43 अपराह्न
इतनी अच्छी गेंदबाज़ी देखकर दिल खुश हो गया ❤️ श्रीलंका के लिए ये बहुत बड़ी बात है। जयसूर्या ने अपना दिल लगाकर खेला है।
Abhishek gautam
15 फ़रवरी, 2025 - 04:41 पूर्वाह्न
लेकिन क्या हम वास्तव में इसे 'कलाकृति' कह सकते हैं? या यह बस एक व्यवस्थित अधिकार का अनुप्रयोग है, जहाँ एक व्यक्ति अपने आत्म-निर्मित अर्थ के आधार पर एक अन्य व्यवस्था के खिलाफ अपनी अस्तित्व की पुष्टि करता है? मुरलीधरन का रिकॉर्ड एक ऐतिहासिक अंक है, लेकिन जयसूर्या का प्रदर्शन एक दर्शन की आवश्यकता है - एक ऐसा दर्शन जो गेंद के घूमने के बजाय, इंसान के घूमने को दर्शाता है। यह तो अब बस खेल नहीं, अस्तित्व की लड़ाई है।
pradipa Amanta
15 फ़रवरी, 2025 - 16:44 अपराह्न
रिकॉर्ड तोड़ने की बात कर रहे हो लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने तो बस आधा टीम भेजी थी इसलिए ये रिकॉर्ड नहीं बल्कि फ़ेक है
Imran khan
15 फ़रवरी, 2025 - 22:30 अपराह्न
जयसूर्या की गेंदबाजी में एक अजीब सी शांति है। जब वो गेंद फेंकता है, तो लगता है जैसे समय रुक गया हो। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ तो बस गेंद की रफ़्तार पर नहीं, उसके रास्ते पर भी भ्रमित हो गए। इस तरह की गेंदबाजी आजकल दुर्लभ है।
chandra rizky
17 फ़रवरी, 2025 - 01:37 पूर्वाह्न
सच में ये देखकर अच्छा लगा 😊 भारत और श्रीलंका के बीच क्रिकेट का ये रिश्ता हमेशा खास रहा है। जयसूर्या ने न सिर्फ टीम की मदद की, बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई क्रिकेट को एक नया मानक दिया। बहुत बढ़िया खेल! 🙌