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CDSL शेयरों में उतार-चढ़ाव, NSDL के IPO से बाजार में हलचल तेज

CDSL शेयरों में उतार-चढ़ाव, NSDL के IPO से बाजार में हलचल तेज

CDSL और NSDL में प्रतिस्पर्धा से बाजार में हलचल

शेयर बाजार में जुलाई के आखिरी हफ्ते में कुछ अलग ही माहौल देखने को मिला। CDSL के शेयरों में अचानक 3% की गिरावट आई और कीमत 1,614 से 1,628 रुपये के बीच झूलती नजर आई। वजह सीधी थी—सभी की निगाहें CDSL की प्रतिद्वंदी NSDL के बहुप्रतीक्षित IPO पर थीं। पिछले कुछ समय से NSDL के IPO की चर्चा निवेशकों के बीच तेज हो चुकी है, जिससे CDSL के शेयरों में हल्की घबराहट दिखाई दी।

अगर आप पीछे तीन महीने का ग्राफ देखें तो CDSL ने 21% से ज्यादा रिटर्न दिया है और छह महीने में भी शेयर लगभग 8% ऊपर है। यानी छोटी गिरावट के बावजूद, लंबे समय का प्रदर्शन मजबूत रहा है। अब बात करें बाजार पूंजीकरण की तो CDSL करीब 33,747 करोड़ रुपये के मार्केट वैल्यू पर है। वैल्यूएशन की बात करें तो इसका पीई रेश्यो 66.64 और पीबी रेश्यो 19.46 है, जो इस सेक्टर के हिसाब से काफी ऊंचा माना जा सकता है।

NSDL IPO से निवेशकों में उत्साह, CDSL के लिए चुनौती

NSDL का IPO अब चर्चा का केंद्र बन चुका है। इसका प्राइस बैंड 760 से 800 रुपये प्रति शेयर तय हुआ है, और ग्रे मार्केट में करीब 18% प्रीमियम की चर्चाएं हैं। IPO 30 जुलाई से 1 अगस्त तक खुलेगा जिसमें IDBI बैंक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसी बड़ी कंपनियां शेयर बेच रही हैं। ये ऑफर फॉर सेल है, यानी कंपनी नई पूंजी नहीं जुटा रही, पुराने शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।

CDSL और NSDL दोनों देश की दोमात्र डिपॉजिटरी हैं, यानी निवेशकों के डीमैट अकाउंट इन्हीं के पास हैं। दोनों के बीच लंबे समय से कांटे की टक्कर चली आ रही है। NSDL के IPO ने इस मुकाबले में नई जान डाल दी है। अब निवेशक इस बात पर नज़र रखेंगे कि IPO के बाद मार्केट शेयर, कमाई और वैल्यूएशन में कौन किसे पछाड़ता है।

CDSL का 52 हफ्ते का लो 1,047 रुपये और हाई 1,989 रुपये रहा है, यानी सालभर में शेयर ने निवेशकों को संभावनाएं भी दी हैं और जोखिम भी। कंपनी के तिमाही नतीजे 26 जुलाई को आने वाले हैं, जिससे निवेशकों को कंपनी की वित्तीय सेहत की और क्लियर तस्वीर मिल सकेगी।

  • CDSL की हाई वैल्यूएशन और स्थिर आय निवेशकों के लिए आकर्षण की वजह हैं।
  • NSDL IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम देख, नई लिस्टिंग से दोनों कंपनियों में नई प्रतिस्पर्धा साफ दिख रही है।
  • बाजार में डिपॉजिटरी कंपनियों के प्रॉफिटेबिलिटी मॉडल पर भी अब ज्यादा निगाहें हैं, क्योंकि तकनीक के साथ कम्पटीशन लगातार बढ़ रहा है।

शेयर बाजार की चाल और दोनों कंपनियों की रणनीतियों के बीच निवेशकों की दिलचस्पी भी अपनी जगह पर है। अब सवाल है—NSDL IPO के बाद CDSL अपनी मजबूत पकड़ बरकरार रख पाएगा या NSDL उसे पछाड़ देगा? अगले कुछ महीने दोनों कंपनियों के लिए काफी अहम रहने वाले हैं।

Sukh Malik

Sukh Malik

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