पेरिस ओलंपिक में स्वियाटेक, अलकाराज़ और जोकोविच ने की जीत के साथ शुरुआत

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पेरिस ओलंपिक में स्वियाटेक, अलकाराज़ और जोकोविच ने की जीत के साथ शुरुआत

स्वियाटेक, अलकाराज़ और जोकोविच की शानदार शुरुआत

पेरिस में चल रहे ओलंपिक खेलों के टेनिस मुकाबलों में इस बार रोलैंड गैरोस की पृष्ठभूमि ने खेल प्रेमियों के दिलों को छू लिया। इगा स्वियाटेक, कार्लोस अलकाराज़ और नोवाक जोकोविच ने अपनी शुरुआती मुकाबलों में विजय हासिल की, जिससे उनके समर्थकों में हर्ष की लहर दौड़ गई। यह इस स्थल पर पहली बार था जब ओलंपिक टेनिस गेम्स का आयोजन हुआ और बारिश के बावजूद खेल सुचारू रूप से चल सके।

इगा स्वियाटेक का शानदार प्रदर्शन

स्वियाटेक ने रोमानिया की इरिना-कैमेलिया बेगु को 6-2, 7-5 से हराया। पहले सेट में स्वियाटेक ने लगातार अंक जुटाए, जबकि दूसरे सेट में बेगु ने कड़ी टक्कर दी। हालांकि, स्वियाटेक ने अपनी ताकत और कौशल का पूरा प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की।

कार्लोस अलकाराज़ की जोरदार जीत

कार्लोस अलकाराज़ की जोरदार जीत

स्पेनिश टेनिस स्टार कार्लोस अलकाराज़ ने लेबनन के हादी हबीब को 6-3, 6-1 से परास्त किया। अलकाराज़ ने अपने खेल में अचंभित करने वाली तेजी और चतुराई दिखाई, जिससे हाबीब को मुकाबले में कोई मौका नहीं मिला।

नोवाक जोकोविच की सहज जीत

नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन को सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से मात दी। जोकोविच का खेल हमेशा की तरह स्थिर और द्रुतगामी रहा, जिससे उन्होंने बिना किसी परेशानी के इसे जीता।

बारिश के बावजूद खेल जारी

बारिश के बावजूद खेल जारी

पेरिस में होने वाली बारिश ने खेल प्रेमियों को कुछ समय के लिए निराश किया, लेकिन हाल ही में लगे रिट्रैक्टेबल रूफ्स की मदद से खेल को रोकना नहीं पड़ा। कोर्ट फिलिप चैट्रियर और सुज़ैन लेंगलेन पर लगे इन रूफ्स ने खिलाड़ियों और दर्शकों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की। दर्शकों को सुरक्षा जांच के दौरान हालांकि थोड़ी देरी का सामना करना पड़ा।

अन्य प्रमुख खिलाड़ी

अन्य प्रमुख खिलाड़ीयों में राफेल नडाल भी शमिल रहे, जो उद्घाटन समारोह में टॉर्च बेरर के रूप में एक सरप्राइज एंट्री करते नज़र आये। उधर, कोको गॉफ ने भी अपने ओलंपिक डेब्यू की घोषणा की और वह जेसिका पेगुला के साथ डबल्स में हिस्सा लेंगी।

पेरिस ओलंपिक के इस खेल से यह साबित हो गया है कि बारिश और कठिन परिस्थतियों के बावजूद अच्छी तैयारी और आधुनिक तकनीकी व्यवस्था की मदद से खेल को रोका नहीं जा सकता। इन मैचों ने न केवल खिलाड़ियों के कौशल और द्रढ़ता को साबित किया, बल्कि खेल प्रेमियों के उत्साह को भी बढ़ाया।

8 टिप्पणि

navin srivastava

navin srivastava

31 जुलाई, 2024 - 09:13 पूर्वाह्न

ये सब खिलाड़ी तो बस अपनी फैमिली के पैसे से खेल रहे हैं। हमारे देश के बच्चे खेल के लिए बिना शूज के धूल में दौड़ते हैं और कोई ध्यान नहीं देता। स्वियाटेक को तो उसकी माँ ने टेनिस कोर्ट पर बचपन से बंध दिया था। हमारे देश में तो बेटी को पढ़ाओ बेटा बनाओ ये नारा है।

Aravind Anna

Aravind Anna

1 अगस्त, 2024 - 02:40 पूर्वाह्न

भाई ये जोकोविच तो असली राजा है ना अभी भी ऐसे खेल रहा है जैसे 20 साल का हो। और अलकाराज़ की फॉर्म देखो ये तो अगला ग्रैंड स्लैम जीत लेगा। हमारे भारत में भी अब टेनिस बढ़ रहा है देखो ने सुना रोहन बोपना के बारे में? वो भी अच्छा खेल रहा है। अगले ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी भी मेडल लेकर आएगा।

Rajendra Mahajan

Rajendra Mahajan

2 अगस्त, 2024 - 22:43 अपराह्न

इस खेल में तो असली जीत वो है जब बारिश के बीच भी खेल चलता है। ये रिट्रैक्टेबल रूफ्स तो आधुनिकता का प्रतीक हैं। लेकिन क्या हमने कभी सोचा कि इस तकनीक का इस्तेमाल हमारे गाँवों के स्कूलों में क्यों नहीं हो रहा? जहाँ बच्चे बारिश में खेलते हैं और बीमार हो जाते हैं। टेनिस नहीं बल्कि जीवन की बात है।

ANIL KUMAR THOTA

ANIL KUMAR THOTA

3 अगस्त, 2024 - 16:03 अपराह्न

जोकोविच का खेल अच्छा था लेकिन बारिश के बाद कोर्ट थोड़ा फिसलन भरा लग रहा था। वैसे भी टेनिस में जीतने के लिए बस एक चीज चाहिए बहुत ज्यादा अभ्यास। कोई टैलेंट नहीं बस मेहनत।

VIJAY KUMAR

VIJAY KUMAR

3 अगस्त, 2024 - 20:31 अपराह्न

बस बारिश के बाद रूफ लगाया तो सब बच गए? ये तो बड़ा स्मार्ट चाल है। लेकिन बताओ क्या ओलंपिक के लिए ये सारे रूफ्स और टेक्नोलॉजी के पीछे एक बड़ा कॉर्पोरेट डील है? कौन सा ब्रांड इन रूफ्स का सपोर्टर है? क्या नडाल का टॉर्च बरना भी एक प्रोडक्ट प्लेसमेंट था? 😏 #ConspiracyTheory #OlympicShill

Manohar Chakradhar

Manohar Chakradhar

5 अगस्त, 2024 - 02:47 पूर्वाह्न

इगा स्वियाटेक ने तो बिल्कुल जैसे बारिश के बाद निकला हुआ धूप जैसा खेला। दूसरे सेट में थोड़ा रुका लेकिन फिर भी जीत गई। ये देखकर लगता है कि जब तक दिल में जुनून हो तो कोई भी मुश्किल नहीं रोक सकती। मैंने अपने बेटे को भी टेनिस सिखाना शुरू कर दिया है। अब वो घर पर बैठकर बॉल को दीवार पर फेंकता है। छोटी शुरुआत है लेकिन बड़ी उम्मीद है।

LOKESH GURUNG

LOKESH GURUNG

6 अगस्त, 2024 - 07:11 पूर्वाह्न

अरे भाई जोकोविच ने तो अभी तक किसी को बर्बाद नहीं किया बस वो अपने आप को बर्बाद कर रहा है। वो तो टेनिस का बुद्ध है। और अलकाराज़ का फॉर्म देखो ये तो अगले 5 साल टॉप 5 में रहेगा। और स्वियाटेक? वो तो बस टेनिस की बारिश है। 🌧️👑

Aila Bandagi

Aila Bandagi

8 अगस्त, 2024 - 01:49 पूर्वाह्न

बहुत अच्छा लगा। सबके खेल को देखकर लगा जैसे जीवन की बात हो रही है। थोड़ी मेहनत, थोड़ा साहस, और बहुत ज्यादा प्यार। ये खेल हमें सिखाता है कि चाहे बारिश हो या बर्फ, अगर दिल चाहे तो चला जाता है।

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