सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पहले ट्विटर) पर 14 जून 2025 को इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने एक ऐसा नक्शा पोस्ट कर दिया, जिसने भारत में कई सवाल खड़े कर दिए. इस विवादित नक्शे में जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा दिखा दिया गया था, साथ ही उत्तर-पूर्वी भारतीय राज्यों को नेपाल का हिस्सा माना गया. असल में ये नक्शा इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर था, जिसमें ईरान के मिसाइल रेंज को दिखाने के लिए कई देशों के भूभाग को दिखाया गया था. पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया, “ईरान एक वैश्विक खतरा है. इजरायल सिर्फ शुरुआत है, लक्ष्य वही नहीं है.” इसी इजरायल की गलती के बाद भारत में सोशल मीडिया पर तूफान आ गया.
भारतीय ट्विटर यूज़र्स ने सीधा इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को टैग करते हुए नाराज़गी जताई और तत्काल सुधार की मांग की. एक भारतीय यूज़र ने तो यहां तक लिखा, “अब समझ में आ गया कि भारत क्यों न्यूट्रल है. डिप्लोमेसी में किसी का दोस्त नहीं होता.”
आरोपों की बौछार देख 90 मिनट के भीतर IDF ने जवाब में माफ़ी मांग ली. IDF ने कहा, “यह पोस्ट सिर्फ क्षेत्र का एक चित्रण है. नक्शा सटीक बॉर्डर नहीं दिखाता. किसी भी प्रकार की भावना को ठेस पहुंचने के लिए माफ़ी मांगते हैं.” लेकिन इतनी जल्दी आई माफ़ी भी गुस्साए भारतीय यूज़र्स का गुस्सा थाम नहीं सकी. बहुतों ने इसे ‘अपमानजनक’ और ‘अस्वीकार्य’ कहा, खासकर तब जब भारत और इजरायल रणनीतिक तौर पर करीबी दोस्त माने जाते हैं.
फिर इजरायल के भारत में राजदूत रेउवेन अजर सामने आए. उन्होंने इस मैप को ‘खराब और अनजाने में बनी इन्फोग्राफिक्स’ करार दिया और बताया कि वह इसे हटवाने या सही करवाने के लिए सीधे कार्रवाई कर रहे हैं. हालांकि, भारत सरकार की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है. लेकिन मामला बेहद संवेदनशील हो गया क्योंकि भारत हमेशा यही कहता आया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उसके अभिन्न हिस्से हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मई 2025 में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद यही बात दोहरा चुके हैं.
यह चूक कई लोगों के लिए हैरानी का कारण बनी. वजह साफ है — 2017 में नरेंद्र मोदी, इजरायल दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे और दोनों देशों के रक्षा और व्यापार रिश्ते बेहद मजबूत हैं. भारत, इजरायल से हथियार खरीदने वाला शीर्ष देश है और व्यापार में भी अमेरिका, यूके, हांगकांग और चीन के बाद इजरायल का सबसे बड़ा साझेदार है. ऐसे में सैन्य मित्र देश की तरफ से नक्शे में इतनी बड़ी गलती होना आसानी से हजम नहीं हुआ.
यह सारा विवाद ऐसे वक्त में हुआ है जब इजरायल और ईरान के बीच तनाव आसमान पर है. आईडीएफ ने कुछ ही दिनों पहले ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरानी ठिकानों पर अभियान शुरू किया है. इतने अहम समय में IDF की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने हिंदुस्तान के लोगों के मन में राजनयिक रिश्तों और साख को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं.