शाहिद कपूर की 'देवा' फिल्म के बॉक्स ऑफिस सफलता की चुनौतियाँ
बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर की नवीनतम फिल्म 'देवा' ने बॉक्स ऑफिस पर धीमी शुरुआत की है। इस फिल्म को रोज़्ज़न एंड्रूज़ ने निर्देशित किया है और इसमें पूजा हेगड़े भी मुख्य भूमिका में हैं। 'देवा', जो एक एक्शन-ड्रामा शैली की फिल्म है, ने अपनी पहली दिन की कमाई केवल ₹3.22 करोड़ की है। यह आंकड़ा व्यापार वेबसाइट सकनिल्क के अनुसार घोषित किया गया है। फिल्म में शाहिद कपूर को एक गुस्सैल पुलिस अधिकारी के रूप में देखा गया है। इस फिल्म की कहानी और शाहिद की स्टारडम के चलते बाजार में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन यह उम्मीदें पूरी न हो सकीं।
लक्ष्य से कम बेची गई टिकटें और ऑक्यूपेंसी
'देवा' की शुरुआती बुकिंग और पहले दिन के आंकड़े भी एक समस्या का संकेत दे रहे थे। फिल्म के रिलीज से पहले देशभर में केवल एक लाख से कम टिकटें बिकी थीं। इसके अतिरिक्त, पहले दिन की सुबह के शो की ऑक्यूपेंसी केवल 5.87% थी, जो दोपहर और शाम के शो में क्रमशः 9.18% और 9.77% तक ही बढ़ी। ऐसे आंकड़ें यह दर्शाते हैं कि फिल्म को अपनी उम्मीदों के अनुसार दर्शकों की प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है।
शाहिद की पिछली फिल्में और मौजूदा स्थिति
शाहिद कपूर की पहले की हिट फिल्म 'कबीर सिंह', जिसने पहले दिन ₹20.21 करोड़ का कलेक्शन किया था, के मुकाबले 'देवा' का प्रदर्शन निराशाजनक कहा जा सकता है। यह फिल्म अपेक्षाकृत छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही थी, लेकिन पहले दिन का कलेक्शन इसके विपरीत रहा। 'देवा' का मुकाबला अक्षय कुमार की फिल्म 'स्काई फोर्स' से भी किया जा रहा है, जिसने सातवें दिन ₹5.50 करोड़ का कलेक्शन किया था और अगले दिनों में भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
'देवा' के निर्माता और संगीत
फिल्म 'देवा', रोज़्ज़न एंड्रूज़ का हिंदी डेब्यू है और इस फिल्म में संगीत दिया है जेक्स बीजॉय और विशाल मिश्रा ने। बॉलीवुड की दुनिया में नया नाम होने के बावजूद एंड्रूज़ की उम्मीदें दर्शकों से थी कि उनकी फिल्म का स्वागत शानदार तरीके से होगा। इस फिल्म को प्रचार में भी काफी जोर दिया गया था, और दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए इसे बनाया गया था, फिर भी फिल्म के पहले दिन का कलेक्शन संतोषजनक से कम था।
भविष्य की चुनौतियाँ और संभावनाएँ
'देवा' के निर्माताओं को अब यह देखना होगा कि अगले कुछ दिनों में फिल्म को कैसा रिस्पॉन्स मिलता है। यदि वर्ड-ऑफ-माउथ अच्छा होता है, तो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ बना सकती है। इसके अलावा, निर्माताओं को यह भी देखना होगा कि प्रचार में किस तरह के बदलाव किए जाएँ ताकि ऑडियंस के बीच फिल्म के प्रति दिलचस्पी बढ़ सके। अब देखना होगा कि दर्शकों से कैसा फीडबैक मिलता है और आने वाले दिनों में फिल्म की कमाई में किस प्रकार का उछाल देखने को मिलता है।
Aditi Dhekle
2 फ़रवरी, 2025 - 10:49 पूर्वाह्न
देवा का पहला दिन सिर्फ 3.22 करोड़? ये तो शाहिद की कबीर सिंह के बराबर एक घंटे का कलेक्शन है। ऑडियंस ने फिल्म को समझा नहीं, या फिर प्रचार बहुत ज्यादा ओवरहाइप कर रहा था। एक्शन-ड्रामा में बैलेंस खो गया है।
Aditya Tyagi
3 फ़रवरी, 2025 - 04:04 पूर्वाह्न
फिल्म बनाने वाले लोग अब बॉक्स ऑफिस के नंबर्स के बजाय फैंस को बुरी तरह से धोखा देना चाहते हैं। शाहिद का ट्रेडमार्क अब सिर्फ लुक और लुक के बाद लुक है। ड्रामा कहाँ है? भावनाएँ कहाँ हैं?
pradipa Amanta
3 फ़रवरी, 2025 - 16:01 अपराह्न
ये फिल्म बनाने वालों को अपनी फिल्में बनाने से पहले बॉक्स ऑफिस के आंकड़े देखने चाहिए थे ना
arun surya teja
5 फ़रवरी, 2025 - 06:51 पूर्वाह्न
हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि बॉक्स ऑफिस का एक दिन का आंकड़ा पूरी फिल्म की कामयाबी का संकेत नहीं है। अगर वर्ड ऑफ माउथ अच्छा है तो फिल्म अगले दिनों में भी ऊपर जा सकती है।
ANIL KUMAR THOTA
6 फ़रवरी, 2025 - 11:10 पूर्वाह्न
देखो अब बॉलीवुड में बड़े स्टार की फिल्म भी फ्लॉप हो रही है तो ये बात तो बहुत बड़ी है अब दर्शक सिर्फ नाम नहीं देख रहे बल्कि कहानी और निर्माण की गुणवत्ता देख रहे हैं
Neelam Dadhwal
7 फ़रवरी, 2025 - 20:54 अपराह्न
ये सब तो बस शाहिद की फेम लास्ट वीक की चीज है अब लोग उसे देखकर नहीं बल्कि बोर होकर निकल रहे हैं इस फिल्म में कुछ भी नया नहीं है बस बोरिंग एक्शन और फ्लैशी कैमरा वर्क
vishal kumar
8 फ़रवरी, 2025 - 21:22 अपराह्न
एक सांस्कृतिक घटना के रूप में बॉलीवुड की फिल्में अब सिर्फ व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं बल्कि सामाजिक वार्तालाप का भी हिस्सा हैं देवा इस वार्तालाप में अभी अपनी जगह नहीं बना पाई
Oviyaa Ilango
9 फ़रवरी, 2025 - 04:31 पूर्वाह्न
फिल्म बनाने का तरीका बदल गया है अब बॉक्स ऑफिस नहीं ऑनलाइन वायरल होना मायने रखता है
Rohit Roshan
10 फ़रवरी, 2025 - 08:22 पूर्वाह्न
मुझे लगता है कि ये फिल्म अगले दो दिनों में बेहतर हो जाएगी शाहिद के फैंस अभी घर पर बैठे हैं और अगर दोस्तों ने अच्छा रिव्यू दिया तो वो आ जाएंगे
Jyotijeenu Jamdagni
10 फ़रवरी, 2025 - 22:20 अपराह्न
इस फिल्म का एक्शन सीन तो बहुत बढ़िया है लेकिन कहानी का टेम्पो बहुत धीमा है जैसे कोई गाड़ी ब्रेक लगाकर चल रही हो। एक बार देखने के बाद मैंने सोचा ये फिल्म बहुत लंबी है लेकिन बहुत कम बात कर रही है।
navin srivastava
12 फ़रवरी, 2025 - 14:45 अपराह्न
हमारे देश में लोग अब बॉलीवुड की फिल्में नहीं देख रहे बल्कि हॉलीवुड और कोरियन ड्रामा देख रहे हैं ये एक बड़ी समस्या है हमारी संस्कृति का अपमान है
Aravind Anna
13 फ़रवरी, 2025 - 22:56 अपराह्न
देवा का ट्रेलर तो बहुत शानदार था लेकिन फिल्म में कुछ भी नहीं बचा शाहिद का एक्टिंग अच्छा है लेकिन स्क्रिप्ट ने उसे बर्बाद कर दिया ये फिल्म बस एक बड़ा फ्रॉड है
Rajendra Mahajan
15 फ़रवरी, 2025 - 20:17 अपराह्न
फिल्म निर्माण की एक कला है और यह कला अब बहुत अधिक व्यावसायिक दबाव में है देवा के मामले में निर्माताओं ने शाहिद के नाम को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त बजट लगाया लेकिन कहानी की गुणवत्ता उसके बराबर नहीं थी
VIJAY KUMAR
16 फ़रवरी, 2025 - 03:40 पूर्वाह्न
ये फिल्म किसी ने बनाई नहीं ये तो किसी ने लिखी थी और फिर उसे फिल्म बनाने के लिए बेच दिया गया शाहिद को भी ये पता नहीं था कि वो क्या खेल रहा है और निर्देशक भी नहीं जानता था कि वो क्या बना रहा है 😭
Manohar Chakradhar
16 फ़रवरी, 2025 - 08:14 पूर्वाह्न
अगर आपने फिल्म देखी है तो बताइए क्या आपको लगता है कि ये फिल्म दूसरे दिन बेहतर हो जाएगी या नहीं मैं तो अगले दिन फिर जाने की सोच रहा हूँ अगर वर्ड ऑफ माउथ अच्छा है तो ये फिल्म बच सकती है
LOKESH GURUNG
18 फ़रवरी, 2025 - 02:52 पूर्वाह्न
इस फिल्म का संगीत तो बहुत अच्छा है जेक्स बीजॉय और विशाल मिश्रा ने बहुत अच्छा काम किया है अगर आप लोग फिल्म नहीं देख रहे हैं तो कम से कम ऑडियो जरूर सुन लीजिए 🎵
Aila Bandagi
19 फ़रवरी, 2025 - 03:37 पूर्वाह्न
मैंने फिल्म देखी थी बहुत अच्छी थी बस थोड़ा धीमी शुरुआत हुई है लेकिन दर्शक अच्छा रिस्पॉन्स दे रहे हैं
Abhishek gautam
20 फ़रवरी, 2025 - 17:49 अपराह्न
देवा एक ऐसी फिल्म है जो आधुनिक भारत के अंदरूनी संघर्षों को दर्शाती है एक पुलिस अधिकारी का आंतरिक टूटना और फिर उसका खुद को फिर से ढूंढना ये फिल्म बस एक एक्शन फिल्म नहीं बल्कि एक आत्म-खोज की यात्रा है और अगर आप इसे सिर्फ बॉक्स ऑफिस के नंबर्स से नाप रहे हैं तो आपने इसे नहीं देखा बल्कि इसके बाहरी आवरण को देखा है
chandra rizky
21 फ़रवरी, 2025 - 03:41 पूर्वाह्न
अगर आप लोग इस फिल्म को देख चुके हैं तो बताइए कि क्या आपको लगता है कि इस फिल्म को अगले दिन अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा मुझे लगता है कि अगर दर्शकों को लगे कि ये फिल्म कुछ अलग है तो वो इसे बार-बार देखेंगे