आपने अभी‑अभी देखा होगा कि मुंबई में लगातार बौछारें हो रही हैं। हर सुबह जब आप बाहर निकलते हैं तो सड़कों पर पानी जमा हो जाता है और ट्रैफ़िक जाम बन जाता है। ऐसी स्थिति में क्या करें, कौन से खबरें महत्त्वपूर्ण हैं, यह गाइड आपको बताएगा।
इंस्टाग्राम या फेसबुक पर कई लोग जलजमाव और सड़क बंद होने की फोटो शेयर कर रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, खासकर पश्चिमी तट के हिस्सों में। मुंबई के कुछ इलाकों में पहले से ही पानी का स्तर बढ़ रहा है, इसलिए स्थानीय अधिकारियों ने आपातकालीन टीम को तैयार किया है। अगर आप उन क्षेत्रों में रहते हैं तो जल्दी से जल्दी अपना सामान ऊपर रखें और घर के नीचे निचले फ्लोर पर नहीं रखिए।
सबसे पहले, अपने मोबाइल पर मौसम ऐप अपडेट चेक करें। बारिश के दौरान ड्राइविंग से बचें, क्योंकि जलभराव वाले रास्ते बहुत खतरनाक होते हैं। यदि आपको बाहर जाना ही पड़े तो हाई वीज़ल बूट और वाटरप्रूफ जैकेट पहनना बेहतर रहेगा। सार्वजनिक जगहों में भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएँ; अगर कोई अलर्ट आया हो तो तुरंत घर वापस लौटें।
पानी के साथ बहते हुए कचरे को संभालने की जिम्मेदारी स्थानीय निकाय की है, लेकिन आप अपनी ओर से सफाई कर सकते हैं—जैसे गली में जमा कचरा हटाना जिससे जलभराव कम हो सके। अगर किसी पड़ोसी को मदद चाहिए तो छोटी‑छोटी सहायता देना बड़ा असर डालता है।
एक और महत्वपूर्ण बात: बिजली कटौती होने की संभावना रहती है, इसलिए फ़ोन चार्जर, टॉर्च और जरूरी दवाओं को तैयार रखें। पानी का बोतलें भी रख लें ताकि आपातकाल में प्यास न लगे।मुंबई के कई स्कूल और कॉलेज ने अस्थायी रूप से बंदी या ऑनलाइन क्लासेज़ की घोषणा की है। अगर आपका बच्चा पढ़ रहा है तो स्कूल की आधिकारिक साइट पर देखना ना भूलें, ताकि समय पर जानकारी मिल सके।
संक्षेप में, मुंबई बारिश का मतलब है सावधानी और तैयारी। मौसम विभाग की चेतावनियों को ध्यान से सुनें, सुरक्षित रहना सबसे पहला काम है, और स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर राहत कार्यों में सहयोग करें। इस तरह आप न केवल खुद बचेंगे, बल्कि दूसरों की मदद भी कर सकेंगे।
मुम्बई में पहली भारी बारिश ने बीएमसी की तैयारियों की पोल खोल दी। जुलाई 8, 2024 को शुरू हुई इस बारिश ने शहर के कई हिस्सों को जलमग्न कर दिया, जिससे यातायात जाम और ट्रेनों में विलम्ब हुआ। गोवंडी में सबसे अधिक 315 मिमी और पवई में 314 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हुई।
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