जब कोई खिलाड़ी शतक बनाता है तो सबका ध्यान उसी पर टकटकी लग जाता है। सिर्फ रन ही नहीं, बल्कि उस इन्स्टेंस की कहानी भी दिलचस्प होती है। यहाँ हम हाल के शतकों को आसान शब्दों में समझाते हैं, ताकि आप बिना किसी झंझट के पूरी जानकारी ले सकें।
इस साल कई बड़े मैचों में शतकों का जलवा रहा है। सबसे चर्चा में रहा भारत बनाम पाकिस्तान वाले खेल में विराट कोहली ने 102 रन बनाए, जो जीत के लिये अहम था। वहीँ, इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में रोनाल्डो सीनो ने भी 108 चलाए और टीम को मजबूती दी। इन शतकों ने सिर्फ स्कोर नहीं बढ़ाया, बल्कि विरोधी गेंदबाजों की प्लानिंग को भी उलटा दिया।
उदाहरण के तौर पर, कोहली का शतक दो हफ़्ते पहले हुए चैंपियनशिप टूर में आया था, जहाँ भारत ने 6 विकेट से जीत हासिल की। उसके बाद ही टीम के मिड‑ऑर्डर में आत्मविश्वास बढ़ा और बाकी बल्लेबाज़ों ने भी तेज़ी पकड़ी। ऐसे मौके अक्सर खेल का रुख बदलते हैं।
अगर आप खुद शतक बनाने की सोच रहे हैं, तो कुछ बेसिक पॉइंट्स याद रखिए। पहला, शुरुआत में डिफ़ेंसिव प्ले से बाहर निकलें और गेंद को लाइटली मारें। दूसरा, हर शॉट का टाइमिंग पर फोकस रखें – देर से खेलने से आउट होने की संभावना बढ़ जाती है। तीसरा, पैर के पोजिशन को स्थिर रखें; इससे आप बेहतर बैलेन्स बनाए रख पाएँगे।
एक और टिप: टीम के साथियों के रन‑बिल्डिंग को समझें। जब रिवर्स्ड ऑर्डर में शॉट मारते हैं तो कम रन वाले बॉल पर भी स्कोर करने की कोशिश करें, ताकि पार्टनर को सॉलिड प्ले मिले और विकेट नहीं गिरें। इस तरह का खेल अक्सर लंबे समय तक टिकता है और अंत में शतक बनना आसान हो जाता है।
अब बात करते हैं कुछ हालिया आँकड़ों की। CDSL और NSDL के शेयरों जैसे वित्तीय डेटा से सीख सकते हैं कि कैसे छोटे‑छोटे बदलाव बड़े परिणाम देते हैं – बिल्कुल क्रिकेट में एक-एक रन का असर। इसी तरह शतक भी एक ही शॉट से बन सकता है अगर वह सही टाइम पर हो।
सारांश में, शतक सिर्फ नंबर नहीं है; यह प्लानिंग, धैर्य और टीम वर्क का नतीजा है। चाहे आप दर्शक हों या खिलाड़ी, इन बिंदुओं को समझ कर आप खेल को और मज़ेदार बना सकते हैं। इस पेज पर हम लगातार नई शतकों की खबरें अपडेट करेंगे, इसलिए बार‑बार चेक करते रहें।
ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने भारत के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 371 रन बनाए। जॉर्जिया वॉल एवं एलीस पेरी ने शानदार शतक जमाए। वॉल ने 84 गेंदों में 100 रन बनाए जबकि पेरी ने 72 गेंदों में शतक पूरा किया। इन दोनों के योगदान से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। भारत की बल्लेबाजी धीमी रही, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण विकेट गिरने से टीम दबाव में आ गई।
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