भारत की वास्तविक GDP वृद्धि दर वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 5.4% तक गिर गई। यह गिरावट उपभोक्ता मांग में कमी और विनिर्माण व खनन क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के कारण हुई है। यह सात तिमाहियों में सबसे धीमी वृद्धि दर है, जिससे देश की आर्थिक दिशा को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
आगे पढ़ेंफेडरल रिजर्व की सितंबर बैठक का इंतजार पूरी वित्तीय दुनिया कर रही है। निवेशक और अर्थशास्त्री यह जानने को बेताब हैं कि फेडरल रिजर्व की नई नीति क्या होगी। क्या ब्याज दरों में कटौती होगी या नहीं, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।
आगे पढ़ेंवित्त वर्ष 2024 के लिए बजट 22 या 23 जुलाई 2024 को पेश होने की संभावना है। करदाताओं को नए टैक्स सिस्टम के तहत राहत की उम्मीद है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि सरकार मध्यम वर्गीय परिवारों की खपत बढ़ाने पर ध्यान दे सकती है। इसके अलावा, स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाने, निवेश आधारित कटौती और करदाताओं को टैक्स सिस्टम बदलने में अधिक लचीलापन देने की भी संभावना है।
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