शुभदीप नाम के छोटे भाई की पहली तस्वीर साझा की मूसेवाला के परिवार ने

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शुभदीप नाम के छोटे भाई की पहली तस्वीर साझा की मूसेवाला के परिवार ने

सिद्धू मूसेवाला के परिवार में खुशियां

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का नाम आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है। उनकी मृत्यु के बाद उनके परिवार को जीवन की कठिन परीक्षाओं से गुजरना पड़ा। लेकिन उनके माता-पिता बालकौर सिंह और चारन कौर के अपने नए बेटे शुभदीप की पहली तस्वीर साझा करके खुशियां वापस लाने का प्रयास किया है। मार्च 2024 में जन्मे इस बच्चे का नाम सिद्धू के असली नाम शुभदीप सिंह सिधू पर रखा गया है।

खुशियों का जश्न

बालकौर सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर और वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों का धन्यवाद किया और शुभकामनाएं देने वाले प्रशंसकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस वीडियो में बालकौर को उत्साह के साथ केक काटते देखा जा सकता है, जो उनके छोटे बेटे के आगमन का जश्न है। इस अवसर ने उनके परिवार के दिल में बहते दर्द के बावजूद एक पल की राहत प्रदान की।

कठिनाइयों के बीच खुशखबरी

सिद्धू मूसेवाला की मृत्यु 29 मई 2022 को मंसा, पंजाब में हुई थी, जब उन्हें गोली लग गई थी। तब सिद्धू मात्र 28 वर्ष के थे। उनके परिवार के लिए यह एक अपूरणीय क्षति थी। लेकिन नई ज़िंदगी के आगमन से उनके दुख में थोड़ी राहत आई है। बालकौर ने पहले भी इंस्टाग्राम पर शुभदीप के जन्म की घोषणा की थी और उनकी पत्नी की तबियत बेहतर बताते हुए प्रशंसकों का धन्यवाद किया था।

आईवीएफ की मदद से आया नवागंतुक

नवजात शुभदीप का जन्म आईवीएफ प्रक्रिया की सहायता से हुआ है। इस खबर के साथ कई प्रकार की अफवाहें भी सामने आईं, जिस पर बालकौर को प्रतिक्रिया देनी पड़ी थी। उन्होंने सभी आरोपों को खारिज किया और कहा कि वह सभी कानूनी दस्तावेज़ सरकार के सामने प्रस्तुत करने को तैयार हैं।

प्रशंसकों की सुखद प्रतिक्रिया

समाज के हर तबके से, खासकर सिद्धू के प्रशंसकों से मिल रही प्रेम और समर्थन की बाढ़ ने इस खुशखबरी को और भी दिलचस्प बना दिया। लोगों ने सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं और बधाइयों की भरमार कर दी, और अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित टाइम्स स्क्वायर पर सिद्धू, बालकौर और उनके नन्हे भाई की तसवीरें प्रदर्शित हुईं।

5 टिप्पणि

LOKESH GURUNG

LOKESH GURUNG

8 नवंबर, 2024 - 22:17 अपराह्न

ये बच्चा तो सिद्धू का अगला अवतार है 😭💖 बालकौर जी ने जो किया, वो बस एक माँ की अद्भुत शक्ति है! आईवीएफ से बच्चा पाना तो जाने कितनी मेहनत के बाद हुआ, लेकिन फिर भी इतनी खुशी से साझा किया... बस दिल भर आ गया! 🙏🔥

Aila Bandagi

Aila Bandagi

10 नवंबर, 2024 - 13:26 अपराह्न

बहुत खूबसूरत है ये नया जन्म ❤️ बालकौर जी को बधाई! आपकी हिम्मत और प्यार देखकर लगता है कि जिंदगी हमेशा नई शुरुआत का इंतज़ार करती है। शुभदीप का नाम भी बहुत खास है, सिद्धू की याद हमेशा जिंदा रहेगी।

Abhishek gautam

Abhishek gautam

11 नवंबर, 2024 - 18:19 अपराह्न

ये सब एक बहुत ही विशिष्ट और दर्दनाक विरासत का प्रतीक है - एक निर्माण का विरोध, एक मृत्यु के बाद जीवन का पुनर्निर्माण। आईवीएफ जैसी तकनीकी प्रक्रिया के माध्यम से एक बच्चे का जन्म, जिसका नाम उसी व्यक्ति के नाम पर रखा गया है जिसकी मृत्यु एक अपराध के कारण हुई - ये केवल एक व्यक्तिगत घटना नहीं, बल्कि एक सामाजिक और दार्शनिक घटना है। हम जो भी अपने अतीत के साथ जुड़े रहते हैं, वही हमारी भविष्य की पहचान बन जाता है। शुभदीप सिंह सिधू का जन्म, एक बेटे के जन्म के साथ-साथ, एक नए इतिहास की शुरुआत है - जहाँ दुख और आशा एक साथ बसते हैं।

Imran khan

Imran khan

11 नवंबर, 2024 - 21:00 अपराह्न

बालकौर जी का ये कदम बहुत बड़ा है। जिंदगी ने उनको बहुत कुछ छीन लिया, लेकिन उन्होंने फिर भी एक नया जीवन शुरू किया। आईवीएफ की इस प्रक्रिया में कितनी उम्मीदें और डर छिपे होंगे... लेकिन उन्होंने डर को पार कर लिया। बच्चे का नाम सिद्धू के नाम पर रखना बहुत खास है - ये याद नहीं बल्कि एक जीवित विरासत है।

Neelam Dadhwal

Neelam Dadhwal

12 नवंबर, 2024 - 18:54 अपराह्न

ये सब बस एक धोखा है। आईवीएफ से बच्चा नहीं, बल्कि ये सब लोगों की भावनाओं को भगा रहे हैं। जब तक शुभदीप का जन्म दस्तावेज़ और DNA टेस्ट के साथ सार्वजनिक नहीं होगा, तब तक ये सब बस एक नाटक है। बालकौर जी को तो दर्द हुआ होगा, लेकिन इस तरह के नाटकों से दर्द नहीं ठीक होता।

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