भारत में ई‑कॉमर्स – क्या हो रहा है आज?

आपने शायद ऑनलाइन शॉपिंग को अपनी रोज़मर्रा की आदत बना लिया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस क्षेत्र ने पिछले पाँच सालों में कितना बदलाव देखा है? 2024‑25 तक भारत का ई‑कॉमर्स मार्केट 12 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुँच गया, और हर महीने नई स्टार्टअप्स या बड़े ब्रांड अपना खेल शुरू कर रहे हैं। इसका मतलब सिर्फ़ ज्यादा बिक्री नहीं, बल्कि डिलीवरी नेटवर्क, डिजिटल पेमेंट और ग्राहक अनुभव में भी तेज़ बदलाव है।

मुख्य खिलाड़ी और उनका असर

अमेज़न, फ़्लिपकार्ट, मीट्रो और बिगबास्केट जैसे दिग्गजों के साथ अब स्थानीय प्लेटफ़ॉर्म भी तेजी से बढ़ रहे हैं। छोटे शहरों में कई रिटेलर्स ने अपनी दुकान को ऑनलाइन ले जाया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी शॉपिंग का विकल्प आया। इन कंपनियों की तेज़ लॉजिस्टिक और आसान रिफंड पॉलिसी ग्राहक भरोसा बनाती है, इसलिए बार‑बार खरीदारी होती है। अगर आप अपने ब्रांड को इस धारा में लाना चाहते हैं, तो सबसे पहले सही मार्केटप्लेस चुनें और उनके सेल्स इवेंट में भाग लें।

भुगतान, सुरक्षा और भविष्य के रुझान

डिजिटल पेमेंट अब सिर्फ़ कार्ड या UPI तक सीमित नहीं रहे – वॉलेट्स, ‘Buy Now Pay Later’ (BNPL) विकल्प भी लोकप्रिय हो रहे हैं। 2025 में BNPL का इस्तेमाल 30 % से अधिक ट्रांज़ैक्शन में दिखेगा, जिससे किफ़ायती कीमत पर बड़े ऑर्डर आसान हो जाएँगे। सुरक्षा के मामले में दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन और एन्क्रिप्टेड डेटा स्टोरेज को अपनाना अब ज़रूरी है; ग्राहक धोखाधड़ी की खबरें पढ़ते ही भरोसा खो देते हैं। भविष्य देखी जाए तो AI‑आधारित रेकमेंडेशन, वर्चुअल ट्राइ‑ऑन और ड्रोन डिलीवरी जल्द ही सामान्य हो सकते हैं। अगर आप अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो इन नई टेक्नोलॉजीज़ को धीरे‑धीरे इंटीग्रेट करें – छोटे टेस्ट से शुरू करके बड़े पैमाने पर लागू कर सकते हैं।

संक्षेप में, भारत में ई‑कॉमर्स सिर्फ़ खरीद‑फ़रोख्त नहीं, बल्कि एक पूरा एकोसिस्टम बन गया है जिसमें लॉजिस्टिक्स, पेमेंट और टेक्नोलॉजी एक साथ चलते हैं। चाहे आप ग्राहक हों या विक्रेता, इस बदलाव को समझना और सही कदम उठाना ही सफलता की चाबी है। अब जब आपने हाल के रुझान देख लिए, तो अपनी अगली खरीदारी या सेल्स स्ट्रेटेजी में इन्हें लागू करिए और डिजिटल बाजार का फायदा उठाइए।

पीयूष गोयल ने अमेजन के $1 बिलियन निवेश पर सवाल उठाए, छोटे खुदरा विक्रेताओं पर प्रभाव को लेकर चिंतित

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेजन के भारत में $1 बिलियन निवेश की घोषणा पर सवाल उठाते हुए इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण योगदान नहीं, बल्कि कंपनी के बड़े नुकसानों को पूरा करने का एक प्रयास बताया है। उन्होंने छोटे खुदरा विक्रेताओं पर पड़ने वाले इसके नकारात्मक प्रभाव की और जोर दिया।

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