विराट कोहली में हुआ बदलाव, प्रसिद्धि और शक्ति के बाद नहीं रहे वहीं शख्स: अमित मिश्रा

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विराट कोहली में हुआ बदलाव, प्रसिद्धि और शक्ति के बाद नहीं रहे वहीं शख्स: अमित मिश्रा

विराट कोहली में बड़ा बदलाव: अमित मिश्रा की खुलकर बातचीत

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज लेग-स्पिनर अमित मिश्रा ने हाल ही में अपने पुराने साथी और भारतीय कप्तान विराट कोहली के बारे में खुलकर बातचीत की। मिश्रा ने बताया कि कोहली ने अपने क्रिकेट करियर में प्रसिद्धि और पैसे के बाद बहुत बड़ा बदलाव देखा है।

कोहली का आरंभिक दौर

विराट कोहली ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत दिल्ली के रणजी ट्रॉफी टीम से की। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें जल्दी ही भारतीय क्रिकेट टीम में जगह दिलाई। शुरुआती दिनों में कोहली बहुत सरल और मृदुभाषी व्यक्ति थे। वे अपने मित्रों के साथ मस्ती करते, सामोसे खाते और पिज़्ज़ा की फरमाइश करते थे।

कप्तानी के बाद आई महत्वता

अमित मिश्रा, जो कोहली के साथ कई अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में खेल चुके हैं, ने बताया कि कोहली के व्यक्तित्व में सबसे बड़ा बदलाव तब आया जब उन्हें 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया। यह जिम्मेदारी उन्हें एम एस धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद मिली थी।

कप्तानी की यह जिम्मेदारी कोहली के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुई। उनकी आक्रामक और जुनूनी कप्तानी शैली ने न केवल भारतीय टीम को उच्चतम शिखरों तक पहुँचाया, बल्कि उनकी खुद की सफलता के मापदंड भी ऊंचे कर दिए।

कोहली और रोहित में अंतर

मिश्रा ने रोहित शर्मा के साथ विराट कोहली का तुलना की। रोहित शर्मा ने हमेशा अपनी विनम्रता और सहजता को बनाए रखा है। जबकि कोहली के व्यक्तित्व में एक गहरा बदलाव देखा गया है। रोहित शर्मा ने जहां अपनी सरलता को बनाए रखा, कोहली का आत्मविश्वास और समर्पण अक्सर आक्रामकता और अधिकार से भरा दिखाई देता है।

समय और प्रसिद्धि का असर

मिश्रा का मानना है कि विराट कोहली के इस बदलाव का मुख्य कारण समय के साथ आई प्रसिद्धि और शक्ति है। कोहली ने जब भारतीय क्रिकेट टीम की जिम्मेदारी संभाली, तो उन्होंने अपने खेल में सुधार करके टीम को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। वह एक व्यक्ति के बजाय एक मशीन की तरह मेहनत करने लगे और हर मैच में जीत को ही प्राथमिकता देने लगे।

मित्रता में आई दूरी

मित्रता में आई दूरी

अमित मिश्रा ने कोहली के साथ अपनी मित्रता में आई दूरियों पर भी चर्चा की। वह कहते हैं कि पहले वे और कोहली अच्छे मित्र थे और खूब मस्ती करते थे, लेकिन अब वह पहले जैसे नहीं रहे। कोहली का बदलता व्यवहार और अलग सोच उन्हें अलग बना देता है।

कोहली का निजी जीवन

मिश्रा ने बताया कि पहले वे कोहली को साधारण इंसान जैसा ही मानते थे, जो समय के साथ बदल गया। अब कोहली की सोच और उनका दृष्टिकोण बहुत हद तक बदल गया है। उन्होंने अपना ध्यान सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट पर केंद्रित कर लिया है और अपने व्यक्तिगत जीवन को प्राथमिकता दी है।

ताज़ा स्थिति

कोहली फिलहाल क्रिकेट के मैदान से ब्रेक पर हैं। उन्होंने हाल ही में टी20 विश्व कप के बाद अंतर्राष्ट्रीय टी20 फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की। कोहली ने विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता।

रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ही इस समय अपने-अपने ब्रेक का आनंद ले रहे हैं। जहां रोहित अपनी पुरानी शैली में रहते हुए नए सीजन की तैयारी कर रहे हैं, वहीं विराट अपने स्वयं के विकास और निजी जीवन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का भविष्य

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का भविष्य

विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों का भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान रहा है। उनकी मेहनत, समर्पण और जुनून ने भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किए हैं।

अमित मिश्रा का मानना है कि कोहली का यह बदलाव उन सभी युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने करियर में ऊंचाइयों को छूने का सपना देख रहे हैं। हालांकि, मिश्रा यह भी मानते हैं कि बदलाव आवश्यक होते हैं और इसे सही दिशा में नियंत्रित करना चाहिए।

निष्कर्ष

अमित मिश्रा की यह टिप्पणी विराट कोहली के जीवन के उन पहलुओं को उजागर करती है, जो अक्सर छिपे रहते हैं। यह दिखाता है कि सफलता और प्रसिद्धि के साथ-साथ जीवन में बदलाव भी आते हैं। कोहली ने अपने खेल के माध्यम से न केवल खुद की पहचान बनाई है, बल्कि भारतीय क्रिकेट को भी एक नई दिशा दी है।

20 टिप्पणि

Aditi Dhekle

Aditi Dhekle

18 जुलाई, 2024 - 23:02 अपराह्न

कोहली का बदलाव सिर्फ उनका नहीं, पूरे भारतीय क्रिकेट के सांस्कृतिक इतिहास का हिस्सा है। एक खिलाड़ी जो साधारण इंसान बनकर आया, अब एक प्रतीक बन गया। ये बदलाव अनिवार्य है, लेकिन इसकी कीमत क्या है? व्यक्तित्व का नुकसान या समाज के लिए एक नया मानक?

Jyotijeenu Jamdagni

Jyotijeenu Jamdagni

19 जुलाई, 2024 - 16:32 अपराह्न

पहले समोसे खाते थे, अब स्टेडियम के बाहर वाले वाले उनके लिए चाय लाते हैं। बदलाव है न? लेकिन जब तक वो बल्ले से रन बनाते रहेंगे, तब तक लोग उन्हें भगवान समझेंगे। बस याद रखो, जब तक जीत नहीं आती, तब तक वो बस एक इंसान हैं।

Aditya Tyagi

Aditya Tyagi

21 जुलाई, 2024 - 09:23 पूर्वाह्न

ये सब बकवास है। विराट ने जो किया, वो भारत के लिए गर्व की बात है। जिसने उन्हें बदला कहा, वो खुद कभी टीम में नहीं रहा। आजकल के लोग बिना जाने बहुत कुछ कह देते हैं।

Neelam Dadhwal

Neelam Dadhwal

22 जुलाई, 2024 - 04:58 पूर्वाह्न

कोहली ने अपनी जिंदगी को टीम के लिए बलि दे दी। अब वो अकेले हैं। अमित मिश्रा जैसे लोग उनकी जीत को नकारकर अपना अहंकार बढ़ा रहे हैं। ये जहरीली बातें फैलाना बहुत बुरा है।

Rajendra Mahajan

Rajendra Mahajan

22 जुलाई, 2024 - 16:09 अपराह्न

मानवीय विकास का ये एक अनूठा उदाहरण है। जब एक व्यक्ति अपनी पहचान को जनता के सामने रखता है, तो वो अपने आप को खो देता है। कोहली ने अपने आप को बचाने के लिए अपने आप को बदल दिया। ये नहीं कि वो बदल गए, बल्कि वो बच गए।

chandra rizky

chandra rizky

23 जुलाई, 2024 - 19:27 अपराह्न

रोहित और कोहली दोनों अलग तरह से सफल हुए। एक ने सरलता बरकरार रखी, दूसरे ने जिम्मेदारी को अपनी पहचान बना लिया। दोनों का तरीका अलग है, लेकिन दोनों की निष्ठा बराबर है। ये भारतीय क्रिकेट की असली ताकत है। 😊

pradipa Amanta

pradipa Amanta

25 जुलाई, 2024 - 10:45 पूर्वाह्न

अमित मिश्रा खुद अपने करियर के बाद बोर हो गए हैं। अब कोहली के बारे में बात करके अपनी चर्चा बढ़ा रहे हैं। जो खिलाड़ी टीम को लेकर इतना गहरा बदलाव ला सके, उनकी बातों को बेकार नहीं कहा जा सकता।

Rohit Roshan

Rohit Roshan

27 जुलाई, 2024 - 00:45 पूर्वाह्न

मैंने भी अपने दोस्तों को देखा है, जो जॉब और पैसे के बाद बदल गए। लेकिन जब वो बल्ले से जीत लाते हैं, तो वो वही विराट हैं। शायद बदलाव जरूरी है, लेकिन दिल वही है। ❤️

navin srivastava

navin srivastava

27 जुलाई, 2024 - 09:38 पूर्वाह्न

कोहली ने जो किया, वो किसी और के लिए असंभव था। अमित मिश्रा जैसे लोग जिन्होंने टीम के लिए कुछ नहीं किया, वो बस बातें कर रहे हैं। भारत के लिए जो किया वो कोहली ने, उसकी तारीफ करो, नहीं तो चुप रहो।

arun surya teja

arun surya teja

28 जुलाई, 2024 - 10:05 पूर्वाह्न

सफलता के बाद व्यक्तित्व में बदलाव आना स्वाभाविक है। जब एक व्यक्ति देश का प्रतीक बन जाता है, तो उसकी निजी जिंदगी अब जनता की संपत्ति बन जाती है। ये बदलाव नियंत्रित होना चाहिए, न कि निषेध किया जाए।

VIJAY KUMAR

VIJAY KUMAR

28 जुलाई, 2024 - 10:39 पूर्वाह्न

कोहली का बदलाव? ये सब एक बड़ा ब्रांडिंग गेम है। जिसने उन्हें जागरूक किया, वो सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, एक उत्पाद है। अमित मिश्रा की बातें एक ट्रेडमार्क विवाद का हिस्सा हैं। देखो अब वो कौन सा ब्रांड बन गया है? 😏

Aila Bandagi

Aila Bandagi

29 जुलाई, 2024 - 21:15 अपराह्न

मैं तो बस यही कहूंगी कि जिसने भी इतना मेहनत की, उसे दिल से सम्मान देना चाहिए। बदलाव तो होता है, लेकिन उसकी ताकत कभी नहीं खोनी चाहिए।

Imran khan

Imran khan

30 जुलाई, 2024 - 01:32 पूर्वाह्न

कोहली के बारे में बात करते समय हम भूल जाते हैं कि वो एक इंसान हैं। वो भी गलतियां करते हैं, घबराते हैं, दुखी होते हैं। उनकी शक्ति उनके आत्मविश्वास में है, न कि उनके बदले व्यवहार में।

Abhishek gautam

Abhishek gautam

31 जुलाई, 2024 - 23:07 अपराह्न

कोहली ने जिस तरह से खुद को एक अलग आत्मा में बदल दिया, वो एक असली फिलॉसफी है। जब तुम एक देश के लिए खेलते हो, तो तुम्हारा व्यक्तित्व अब तुम्हारा नहीं रहता। ये बलि है। और ये बलि किसी और के लिए नहीं, बल्कि अपने लिए है।

ANIL KUMAR THOTA

ANIL KUMAR THOTA

1 अगस्त, 2024 - 14:48 अपराह्न

कोहली का बदलाव नहीं उनकी गलती है। ये भारत के सामाजिक दबाव का परिणाम है। जब तुम एक देश के लिए खेलते हो, तो तुम्हें अपने आप को खोना पड़ता है। ये दर्द है, न कि बदलाव।

vishal kumar

vishal kumar

2 अगस्त, 2024 - 06:48 पूर्वाह्न

सफलता के बाद व्यक्तित्व का बदलाव अनिवार्य है। यह एक भौतिक नियम है। जैसे एक बीज बढ़कर वृक्ष बन जाता है, वैसे ही एक खिलाड़ी बनकर एक प्रतीक बन जाता है। इसकी तुलना किसी व्यक्ति के साथ नहीं की जा सकती।

Manohar Chakradhar

Manohar Chakradhar

3 अगस्त, 2024 - 02:18 पूर्वाह्न

हर बदलाव के पीछे कोई न कोई कहानी होती है। कोहली की कहानी ये है कि एक लड़का जिसने सामोसे खाए थे, अब एक देश के लिए जिम्मेदारी संभाल रहा है। इसका मतलब ये नहीं कि वो बदल गए, बल्कि वो बढ़ गए।

Oviyaa Ilango

Oviyaa Ilango

3 अगस्त, 2024 - 16:48 अपराह्न

कोहली का बदलाव एक नए युग का आगाज है। जहां खिलाड़ी अब बस खेल नहीं खेलते, वो एक आदर्श बन जाते हैं। ये नया नियम है। और इसका सम्मान करना ही सही है।

Aravind Anna

Aravind Anna

5 अगस्त, 2024 - 13:25 अपराह्न

अमित मिश्रा ने जो कहा, वो बिल्कुल सच है। लेकिन उनके बदले व्यवहार को देखकर मैं नहीं दुखी हूं, बल्कि गर्व हूं। क्योंकि वो अब सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, एक नेता हैं।

LOKESH GURUNG

LOKESH GURUNG

6 अगस्त, 2024 - 15:55 अपराह्न

कोहली ने जो किया, वो किसी और के लिए असंभव है। अगर तुम उनके बारे में बात कर रहे हो, तो उनकी जीत को देखो, न कि उनके बदले व्यवहार को। वो एक दिव्य आत्मा हैं। 🙏

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