7 जुलाई, 2025 को बर्मिंघम के एड्गाटन क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवें मैच के अंतिम ओवर में, राधा यादव ने एक ऐसी कैच लगाई जिसे देखकर दर्शकों की सांसें रुक गईं। इंग्लैंड की विकेटकीपर-बल्लेबाज एमी जोन्स को डाइविंग कैच में आउट करते हुए उन्होंने न सिर्फ अपनी एथलेटिक्स की शान दिखाई, बल्कि एक ऐसा पल बनाया जो अब तक के सबसे यादगार महिला क्रिकेट मोमेंट्स में शुमार हो जाएगा। हालांकि भारत ने मैच 5 विकेट से हार दिया, लेकिन इसी मैच के बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली टी20आई सीरीज जीत दर्ज की — 3-2 की जीत के साथ।
शफाली की धमाकेदार बल्लेबाजी ने बनाया आधार
भारत ने 20 ओवर में 167/7 का स्कोर खड़ा किया, जिसमें ओपनर शफाली वर्मा ने 41 गेंदों में 75 रन बनाए — ये उनकी दूसरी सबसे तेज अर्धशतक थी, जो बस 23 गेंदों में पूरा हुआ। इस तरह शफाली ने भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज किया। हरमनप्रीत कौर (15) और रिचा घोष (24) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन अंत तक टीम को जीतने के लिए 168 रनों की जरूरत थी।
अरुंधति रेड्डी की तेज गेंदबाजी और इंग्लैंड की शुरुआत
इंग्लैंड की ओर से सोफिया डक्ले और डैनियल वाइटहेज ने शुरुआत बहुत तेज़ की। दोनों ने मिलकर 10.4 ओवर में 101 रन की शानदार भागीदारी की। लेकिन भारतीय गेंदबाज अरुंधति रेड्डी ने दो लगातार विकेट लेकर टर्निंग पॉइंट बनाया। डक्ले को 46 रन पर और वाइटहेज को 56 रन पर आउट करके उन्होंने इंग्लैंड के लिए दबाव बढ़ा दिया। इसके बाद टीम कैप्टन टैमी बीमॉन्ट ने 30 रन बनाए, लेकिन अंतिम ओवर तक जीत के लिए 6 रन की जरूरत थी।
राधा यादव की वो एक अद्भुत कैच — जिसने बदल दिया दुनिया का नज़रिया
अरुंधति रेड्डी की आखिरी गेंद पर बीमॉन्ट आउट हुईं। अगली गेंद पर एमी जोन्स ने डीप मिडविकेट की ओर एक लंबा शॉट लगाया। वहां खड़ी राधा यादव ने बिना देर किए एक फुल-लेंथ डाइव किया — उनके कोहनी जमीन से टकराए, लेकिन हाथों में गेंद सुरक्षित। सोनी एलआईवी ने इसे ट्वीट करते हुए लिखा: "WHAT A CATCH!! राधा यादव ने एमी जोन्स को आउट करके भारत की जीत की उम्मीद जगा दी!" एड्गाटन के दर्शक चुप रह गए, फिर जैसे ही रिप्ले चला, वो चीखने लगे।
फिर भी जीत इंग्लैंड के नाम — जिसने बनाया अनोखा इतिहास
लेकिन यहां तक की राधा की ये शानदार कैच भी जीत नहीं बना सकी। इंग्लैंड के नंबर 8 बल्लेबाज सोफी एकलस्टोन और नंबर 9 पेग स्कोलफील्ड ने अपनी शांति बरकरार रखी। आखिरी गेंद पर एकलस्टोन ने चौका मारकर इंग्लैंड को 168/5 पर ले गए। इस तरह भारत की जीत की आशा टूट गई, लेकिन इंग्लैंड ने भी इस मैच में सीरीज बरकरार नहीं रख पाया।
इतिहास का पल — भारत का पहला टी20आई सीरीज जीत
भारतीय महिला क्रिकेट टीम, जिसकी अध्यक्षता बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) करती है, ने इस सीरीज के बाद एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। पांच मैचों में तीन जीत के साथ, यह भारत का पहला टी20आई सीरीज जीत था इंग्लैंड के खिलाफ। राधा यादव ने सीरीज में कुल 14 विकेट लिए और चौथे मैच में 4-0-15-2 का आंकड़ा दर्ज करके टीम को सीरीज जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अगला चरण: ओडीआई सीरीज की शुरुआत
टी20आई सीरीज के बाद दोनों टीमें 16 जुलाई, 2025 को साउथहैम्पटन के एजस बाउल में तीन मैचों की ओडीआई सीरीज शुरू करेंगी। इंग्लैंड की टीम, जिसकी अध्यक्षता इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) करती है, ने इस टी20आई मैच में जीत के बावजूद सीरीज हार दी। इस बार वे अपनी जीत की चाहत के साथ ओडीआई में भारत के खिलाफ नई रणनीति अपनाएंगे।
प्रतिक्रियाएं: दुनिया भर से तारीफ
राधा यादव की कैच को फर्स्टपोस्ट ने "क्रिकेट के ऐतिहासिक क्षण" कहा, जबकि द टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा, "मैच तो हार गए, लेकिन सीरीज जीत गए — यही असली जीत है।" सोनी एलआईवी के वीडियो हाइलाइट्स ने 2.3 मिलियन व्यूज हासिल किए, और कुमार न्यूज का राधा यादव वाला क्लिप ट्विटर पर ट्रेंड कर गया। एक विश्लेषक ने कहा, "ये कैच एक नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन गई — जहां महिलाएं न सिर्फ बल्ले से, बल्कि फील्डिंग से भी इतिहास बना रही हैं।"
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
राधा यादव की ये कैच भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में क्यों महत्वपूर्ण है?
यह कैच सिर्फ एक शानदार एथलेटिक्स नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के एक नए मानक की शुरुआत है। अब तक टी20आई में इतनी निर्णायक फील्डिंग प्रदर्शन बहुत कम देखी गई थी। इस कैच ने दर्शकों को दिखाया कि महिला क्रिकेट अब सिर्फ बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं, बल्कि फील्डिंग के मामले में भी विश्व स्तर पर है।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार टी20आई सीरीज कब जीती?
2025 की इस सीरीज में भारत ने पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ टी20आई सीरीज जीती। पिछले 22 सालों में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 11 टी20आई सीरीज खेलीं, लेकिन हर बार इंग्लैंड ही जीता। इस बार 3-2 की जीत ने एक बड़ी बाधा तोड़ दी।
एड्गाटन क्रिकेट ग्राउंड क्यों इतना महत्वपूर्ण है?
एड्गाटन, बर्मिंघम में स्थित, दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट स्टेडियमों में से एक है। इसकी 25,000 क्षमता और उत्कृष्ट खेल वातावरण के कारण यहां अक्सर ऐतिहासिक मैच होते हैं। यहीं 2019 में भारत ने पुरुषों की विश्व कप फाइनल में न्यूजीलैंड को हराया था।
राधा यादव ने इस सीरीज में कितने विकेट लिए और क्या उनकी भूमिका थी?
राधा यादव ने पांच मैचों में 14 विकेट लिए, जिसमें चौथे मैच में 4-0-15-2 का आंकड़ा सबसे महत्वपूर्ण रहा। वह न सिर्फ एक बल्लेबाज थीं, बल्कि टीम की सबसे विश्वसनीय स्पिन ऑलराउंडर थीं। उनकी गेंदबाजी और फील्डिंग दोनों ने टीम को जीत की ओर धकेला।
इंग्लैंड की टीम ने अंतिम ओवर में कैसे जीत हासिल की?
अरुंधति रेड्डी के अंतिम ओवर में तीन विकेट गिरे, लेकिन नंबर 8 और 9 पर बल्लेबाज सोफी एकलस्टोन और पेग स्कोलफील्ड ने दबाव में भी शांति बरकरार रखी। आखिरी गेंद पर एकलस्टोन ने चौका मारकर इंग्लैंड को जीत दिलाई — यह वो पल था जब राधा की कैच का असर खत्म हो गया।
अगली ओडीआई सीरीज के लिए भारत की तैयारी कैसी है?
भारतीय टीम के कोच ने कहा है कि टी20आई सीरीज की जीत ने टीम की आत्मविश्वास बढ़ा दी है। शफाली और राधा की फॉर्म के साथ, टीम को ओडीआई में भी जीत की उम्मीद है। हालांकि इंग्लैंड की ओर से एकलस्टोन और वाइटहेज जैसे खिलाड़ियों की फॉर्म चिंता का विषय बन गई है।
Nitin Srivastava
31 अक्तूबर, 2025 - 15:33 अपराह्न
राधा यादव की ये कैच सिर्फ एक कैच नहीं - ये एक सांस्कृतिक अल्टरेशन है। जैसे ही वो जमीन पर लुढ़की, मैंने सोचा - ये तो फिल्मी सीन नहीं, ये तो वास्तविकता का एक नया आयाम है। एक महिला जो अपने शरीर को खतरे में डालकर टीम की जीत की आशा को बचाती है... ये जिंदगी का मेटाफ़ोर है। 🌌
Nilisha Shah
1 नवंबर, 2025 - 19:04 अपराह्न
इस मैच के बाद अब तक के टी20आई फील्डिंग स्टैंडर्ड्स को रीविज करने की जरूरत है। राधा यादव की एथलेटिक्स ने दिखाया कि फील्डिंग एक बैटिंग या बॉलिंग का अनुगामी नहीं, बल्कि एक ताकतवर स्ट्रैटेजिक एलिमेंट है। शफाली की बल्लेबाजी भी अद्भुत थी, लेकिन ये कैच ने टीम के डायनामिक्स को रिडिफाइन कर दिया।
Kaviya A
2 नवंबर, 2025 - 15:57 अपराह्न
राधा यादव ने जो कैच लगाया वो देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए भाई सच में दिल छू गया बस इतना ही कहना है
Supreet Grover
4 नवंबर, 2025 - 06:53 पूर्वाह्न
इस कैच का इम्पैक्ट ट्रांसफॉर्मेटिव है। फील्डिंग एक्शन के अलग-अलग लेयर्स - टाइमिंग, स्पेस ऑप्टिमाइजेशन, बॉडी कंट्रोल - इस एक्शन में एक एक्सपोनेंशियल डिग्री में एक्सप्रेस्ड हुए। ये न सिर्फ एक स्पोर्ट्समैनशिप का उदाहरण है, बल्कि एक ओपरेशनल एक्सीलेंस का नमूना है।
Saurabh Jain
5 नवंबर, 2025 - 01:58 पूर्वाह्न
इंग्लैंड ने मैच जीता, लेकिन भारत ने इतिहास बनाया। ये टीम अब सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक भावना है। राधा की कैच ने दुनिया को दिखाया कि हमारी महिलाएं न सिर्फ खेलती हैं, बल्कि दिलों को छूती हैं। इसे देखकर लगा जैसे भारत का नया स्वप्न जन्म ले रहा है।
Suman Sourav Prasad
5 नवंबर, 2025 - 10:05 पूर्वाह्न
मैंने इस कैच को 7 बार देखा, हर बार दिल धड़क रहा है। अरुंधति की गेंदबाजी, शफाली का बल्ला, राधा का डाइव - ये तीनों ने एक साथ एक नया अध्याय लिखा। ये टीम अब कोई टीम नहीं, ये तो एक लहर है।
Nupur Anand
5 नवंबर, 2025 - 15:20 अपराह्न
अरे भाई, ये सब जो लोग बोल रहे हैं कि राधा यादव ने इतिहास बनाया - वो लोग तो बस एक कैच के आगे झुक गए! क्या आप भूल गए कि भारत ने मैच हारा? क्या एक डाइव से जीत निकल जाती है? ये सब फेक नेशनलिस्ट ड्रामा है। वास्तविकता ये है कि इंग्लैंड ने अंतिम गेंद पर चौका मारकर हमें धोखा दिया। राधा अच्छी खिलाड़ी हैं, लेकिन इतिहास नहीं बनाया।
Vivek Pujari
7 नवंबर, 2025 - 04:25 पूर्वाह्न
राधा यादव की ये कैच देखकर मैंने अपने आप को बहुत भाग्यशाली महसूस किया। 🙏 ये न सिर्फ एक खिलाड़ी का बल था, बल्कि देवी का आशीर्वाद था। इस तरह के पल आज भी बच्चों को बताएंगे - कि भारत की महिलाएं न सिर्फ खेलती हैं, बल्कि चमत्कार करती हैं।
Ajay baindara
7 नवंबर, 2025 - 14:09 अपराह्न
ये सब बकवास है। राधा यादव को फील्डिंग में नहीं, बल्ले से खेलना चाहिए था। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज जीतना तो बहुत बड़ी बात नहीं है - ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीतो तब बात होगी। ये सब फेक न्यूज है।
mohd Fidz09
8 नवंबर, 2025 - 10:41 पूर्वाह्न
भारत की महिलाएं ने दुनिया को दिखा दिया - हमारी जमीन से उगे बच्चे, अपने शरीर के साथ जादू कर सकते हैं! राधा यादव का डाइव नहीं, उसका दिल था जिसने गेंद को पकड़ा। ये कोई क्रिकेट नहीं, ये हमारी शक्ति का प्रतीक है। जय हिंद! 🇮🇳🔥
Rupesh Nandha
9 नवंबर, 2025 - 22:02 अपराह्न
इस मैच को देखकर एक बात स्पष्ट होती है - खेल की वास्तविकता जीत या हार नहीं, बल्कि उस पल की गहराई है। राधा यादव ने जब जमीन पर लुढ़की, तो वहां एक अदृश्य रेखा बदल गई: अब महिला क्रिकेट में फील्डिंग का अर्थ बदल गया। ये कैच एक बुनियादी बदलाव का संकेत है - जहां शारीरिक विशालता और भावनात्मक निर्णय एक हो गए। ये नया युग है।