अगर आप या आपका कोई जानने वाला गरीब परिवार से है तो आयुष्मान भारत सुनते ही दिल में उम्मीद की लहर दौड़ जाती है। ये प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) का दूसरा नाम है, जो हर साल करोड़ों लोगों को अस्पताल के बिल पर 5 लाख तक कवर करती है।
सबसे बड़ी बात यह है कि इस योजना से आप कोई प्रीमियम नहीं देते, ना ही किसी जटिल दस्तावेज़ की ज़रूरत पड़ती है। बस आपका नाम और पहचान पत्र सही हो तो आप तुरंत इलाज का अधिकार पा सकते हैं।
आयुष्मान भारत दो मुख्य समूहों के लिए खुला है: पहले, गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवार (बिल्डिंग ब्लॉक लिस्ट) और दूसरा, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे ओपन ऑडिटेड बैंकर खातों में सूचीबद्ध लोग। अगर आपका वार्षिक आय 1 लाख रुपये से कम या समान स्तर का है तो आप स्वचालित रूप से पात्र हो सकते हैं।
कभी-कभी नाम नहीं दिखता? कोई बात नहीं, आप ‘सहायक पोर्टल’ पर अपना डेटा जाँच सकते हैं और अगर गलती मिली तो तुरंत सुधार की मांग कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सिर्फ 5‑10 मिनट में पूरी हो जाती है।
1. **ऑनलाइन पोर्टल पर जाएँ** – ayushmanbharat.gov.in या आधिकारिक मोबाइल ऐप खोलें।
2. **अपना आधार/पैन नंबर डालें** – सिस्टम आपके डेटा को तुरंत मिलाएगा।
3. **सही जानकारी की पुष्टि करें** – पता, परिवार के सदस्य और आय विवरण जाँच कर लें।
4. **भुगतान कार्ड या ई‑हेल्थ कार्ड जनरेट करें** – यह आपका इलेक्ट्रॉनिक पॉलिसी प्रमाण पत्र होगा।
अगर आप इंटरनेट नहीं इस्तेमाल करते तो नजदीकी सरकारी अस्पताल या एएनएमसी (अग्रिम नेटवर्किंग मेडिकल सेंटर) में जाकर भी फॉर्म भर सकते हैं। वहां स्टाफ मदद करेगा और कार्ड तुरंत प्रिंट कर देगा।
एक बार पंजीकरण हो जाने के बाद, आप किसी भी भागीदार अस्पताल में जा सकते हैं, चाहे वह सरकारी हो या निजी. बस अपने ई‑हेल्थ कार्ड दिखाएँ, डॉक्टर को बताइए कि आप आयुष्मान भारत के तहत इलाज चाहते हैं और बाकी बिल का भुगतान सरकार करेगी (सिर्फ पात्र खर्चों पर)।
ध्यान रखें कि कुछ उपचार जैसे एस्थेटिक सर्जरी या वैकल्पिक चिकित्सा इस योजना में नहीं आते। इसलिए अपॉइंटमेंट से पहले अस्पताल से पूछ लेना बेहतर रहता है।
**आयुष्मान भारत की प्रमुख सुविधाएँ**:
यदि आप अभी तक इस योजना का इस्तेमाल नहीं कर पाए हैं, तो देर न करें। स्वास्थ्य खर्च अक्सर अचानक बढ़ते हैं और बिना बीमा के यह भारी पड़ सकता है। आयुष्मान भारत आपके लिए एक सुरक्षा जाल बनकर तैयार है – बस पंजीकरण की छोटी सी प्रक्रिया पूरी करनी है।
अंत में याद रखें, सही जानकारी रखना, समय पर अपडेट करना और भागीदार अस्पताल चुनना ही सफलता की कुंजी है। इस गाइड को अपने परिवार के साथ शेयर करें, ताकि हर कोई जान सके कि आयुष्मान भारत से कैसे स्वास्थ्य का बोझ हल्का किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकारों पर उनकी राजनीतिक रुचियों के कारण आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने आयु सीमा का विस्तार करते हुए 70 वर्ष से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों को अयुष्मान योजना के तहत शामिल किया, जिससे उन्हें मुफ्त चिकित्सा लाभ मिलेगा। साथ ही उन्होंने आयुर्वेद दिवस पर कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
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